Agra News: सूरदास दृष्टिबाधित विद्यालय के प्रिंसीपल-छात्र पुरानी कमेटी के ख़िलाफ़ बैठे धरने पर

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आगरा: महाकवि सूरदास दृष्टि बाधित विद्यालय सूरकुटी रुनकता के दृष्टिबाधित छात्र और स्कूल के प्रधानाचार्य इस समय खासा परेशान हैं। उनकी समस्या का कारण संस्थान की पुरानी कोर कमेटी है जो अधिकारियों से मिलीभगत करके सूर स्मारक मंडल संचालित विद्यालय की बागडोर अपने हाथों में लेना चाहती है। यह वही कमेटी है जिसने 2017 में दृष्टिबाधित छात्रों पर अत्याचार किया था और कई दिन तक साथ भूखे रहे थे। अब पुरानी कमेटी की फिर से हो रही दखल से स्कूल के प्रधानाचार्य और छात्र खासा परेशान हैं।

2017 में 15 दिन भूखे रहे थे छात्र

महाकवि सूरदास दृष्टिबाधित विद्यालय सूरकुटी के प्रधानाचार्य ने बताया कि पुरानी कोर कमेटी ने 2017 में जबरदस्ती संस्थान की रसोई में ताला डाल दिया था। इस घटना के चलते 15 दिनों तक सूर कुटी के छात्रों को अत्याचार और शोषण सहना पड़ा था। छात्र भूखे भी रहे थे जिसकी शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी गौरव दयाल से की गई थी। तत्कालीन जिला अधिकारी ने इसमें हस्तक्षेप भी किया था।

इस मामले को तत्कालीन जिलाधिकारी गौरव दयाल ने गंभीरता से लिया था और इसकी जांच तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट आगरा एवं एसडीएम किरावली को सौंप दी थी। जब उन्होंने जांच की थी तो रसोईघर और स्टोर का ताला बंद मिला था। इसके बाद उन्होंने इस ताले को खुलवाया था। तब जाकर जिलाधिकारी ने एक नई कमेटी का गठन किया था और एक रिसीवर बैठा दिया था लेकिन अब सांठगांठ करके फिर से पुरानी कमेटी संस्थान पर अपना कब्जा चाहती है।

महाकवि सूरदास दृष्टि बाधित विद्यालय सूर कुटी के प्रधानाचार्य का कहना है कि अगर जिला प्रशासन ने पुरानी कमेटी को ही संस्थान की बागडोर सौंप दी तो 2017 जैसी घटनाएं फिर से शुरू हो जाएंगी। दृष्टिबाधित छात्रों का मानसिक शोषण और अत्याचार शुरू हो जाएगा। इस अत्याचार को रोकने के लिए ही सभी छात्र यहां पहुंचे हैं और जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।