ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान संघर्ष में ईरान ने की मध्यस्थता की पेशकश

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रिपोर्ट के मुताबिक “ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान के बीच सीमा पर चल रहे संघर्ष को देखते हुए कनानी ने बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई और दोनों देशों से बातचीत और अहिंसक तरीके से स्थायी संघर्ष विराम के जरिए मतभेद सुलझाने की अपील की.”

उन्होंने दोनों देशों से ईरान के ‘बेहद अच्छे’ रिश्तों का ज़िक्र करते हुए कहा कि ईरान दोनों के बीच सुलह कराने में मध्यस्थता करने को तैयार है.

किर्गिज़-ताजिक सीमा पर संघर्ष 14 सितंबर को शुरू हुआ और 16 सितंबर को बड़ी लड़ाई में बदल गया. दोनों देश एक-दूसरे पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं.

दोनों देशों के बीच 971 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसका करीब एक तिहाई हिस्सा ही सीमांकित है. बीते कुछ सालों में विवादित इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. अक्सर जिसकी वजह सीमा पर सड़क बनाना, सिंचाई के पानी का इस्तेमाल, चारागाह और ज़मीन रही है.

-एजेंसी