यूक्रेन और रूस के बीच हालात अब खतरनाक दिशा में आगे बढ़ते दिख रहे हैं

INTERNATIONAL

यूक्रेन और रूस के बीच हालात अब खतरनाक दिशा में आगे बढ़ते दिख रहे हैं। पूर्वी यूक्रेन में जहां सेना और रूस समर्थक विद्रोहियों के बीच गोलाबारी जारी है, वहीं अब 200 रूसी टैंक और रॉकेट लॉन्‍चर यूक्रेन की सीमा से मात्र 5 किमी दूर तक पहुंच गए हैं। शनिवार को पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों के इलाके में भारी विस्‍फोट की आवाजें सुनी गई थीं। इस बीच यूक्रेन के बिगड़ते हालात को देखते हुए अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने आज आपात बैठक बुलाई है।

यूक्रेन की सीमा पर जाते रूसी सेना के टैंकों के वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी शेयर किए जा रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव से अब रूसी हमले का खतरा प्रबल होता जा रहा है। विद्रोहियों के दोनेत्स्क इलाके में 10 से ज्‍यादा विस्‍फोट की आवाजें सुनी गई हैं। इस बीच रूस समर्थक विद्रोहियों के हमले में यूक्रेन के दो सैनिक मारे गए हैं। दोनेत्स्क इलाके में अब तक 591 सीजफायर उल्‍लंघन और 553 विस्‍फोट हो चुके हैं।

विद्रोही नेताओं ने पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की

उधर, पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही नेताओं ने क्षेत्र में हिंसा बढ़ने और इसकी आड़ में रूस के आक्रमण करने को लेकर पश्चिमी देशों की आशंका के बीच शनिवार को पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया। दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थक विद्रोही सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की। साथ ही रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। अगले कुछ दिनों में युद्ध की आशंका के बीच फ्रांस, जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है।

लुहांस्क में एक अन्य अलगाववादी नेता लियोनिद पेसेचनिक ने भी ऐसी ही घोषणा की है। पुशिलिन ने यूक्रेन की सेना से ‘आक्रमण के आसन्न खतरे’ का हवाला दिया है। हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने इन आरोपों से इंकार कर दिया है। पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष वाले मोर्चे के दौरे के दौरान यूक्रेन के शीर्ष सैन्य अधिकारी वहां हुई गोलाबारी की चपेट में आ गए। अधिकारियों ने गोलाबारी से बचने के लिए क्षेत्र में बनाए गए बमरोधी आश्रय स्थल में शरण ली।

एक-दूसरे पर तनाव बढ़ाने का लगा रहे आरोप

यूक्रेन और रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले दो क्षेत्रों ने एक-दूसरे पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। रूस ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन की सरकार के कब्जे वाले हिस्से से दागे गए कम से कम दो गोले सीमा पार गिरे।

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने दावे को ‘एक फर्जी बयान’ बताते हुए खारिज कर दिया। अलगाववादी और यूक्रेन के सैनिक तकरीबन आठ वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों को अलग करने वाली सीमा पर हिंसा हाल के दिनों में बढ़ गयी है, जिसमें दोनेत्स्क में एक कार में बम विस्फोट और एक मानवीय राहत सामग्री ले जा रहे काफिले पर बमबारी भी शामिल है।

-एजेंसियां