इंडोनेशिया में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के आयोजकों के खिलाफ कई उम्मीदवारों ने दर्ज कराई यौन उत्पीड़न की शिकायत

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आयोजकों ने कथित तौर पर महिला उम्मीदवारों से कहा था कि उन्हें ” उनके शरीर पर किसी जख़्म, चर्बी या टैटू की जांच करनी थी.”

मुझे नींद नहीं आती है

इस हफ़्ते की शुरुआत में उन्होंने शिकायत करने वाली दूसरी लड़कियों के साथ मीडिया को बताया, “मुझे पर इस का मानसिक रूप से असर पड़ा है. मुझे नींद नहीं आती है.”

लोकल टीवी चैनल्‍स ने इस घटना की ख़बरें दिखाते वक़्त पहचान छुपाने के लिए लड़कियों के चेहरे धुंधले कर दिए थे.
मेलिसा अंग्गारेनी पेशे से वकील हैं. इस केस में वे शिकायत करने वाली तीन कंटेस्टेंट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
मेलिसा का कहना है कि अभी और प्रतिभागी शिकायत लेकर सामने आएंगी.

उधर, राजधानी जकार्ता में पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि वे इस मामले की और जांच करेंगे.

कपड़े उतारने के लिए नहीं कहा जाता

इवेंट का आयोजन करने वाली कंपनी ‘द मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया ऑर्गनाइज़ेशन’ के मालिक पॉपी कापेला ने कहा है कि इन आरोपों की जांच की जाएगी.

मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का वैश्वक स्तर पर आयोजन करने वाली संस्था ने भी कहा है कि वो इस मामले की पड़ताल कर रहे हैं.

उन्होंने ये भी कहा है कि उनकी संस्था यौन उत्पीड़न के आरोपों को ‘बेहद गंभीरता’ से लेती है.

पूर्व मिस इंडोनेशिया मारिया हरफांटी का कहना है कि बॉडी चेक अप एक सामान्य बात है लेकिन उम्मीदवारों को कपड़े उतारने के लिए सामान्य रूप से नहीं कहा जाता है. उन्होंने बताया कि आयोजक प्रतिभागियों से उनके बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) के बारे में अक्सर पूछते हैं.

मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया

सोमवार को इस सिलसिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई. एक प्रतिभागी ने कहा कि बॉडी चेकिंग एक बंद कमरे में किया गया लेकिन वहां कुछ पुरुष भी मौजूद थे.

यही उस उम्मीदवार ने ये भी बताया कि जिस कमरे में बॉडी चेकिंग हो रही थी, उसका दरवाज़ा पूरी तरह से बंद नहीं था और वहां क्या हो रहा है, बाहर से ये देखने की गुंजाइश छोड़ दी गई थी.

इंडोनेशिया में सौंदर्य प्रतियोगिताओं के आयोजन की लंबे समय से इजाजत रही है लेकिन आयोजक इस बात का ख्याल रखते हैं कि समाज में पारंपरिक सोच रखने वाले लोगों की भावनाएं आहत न हों.

साल 2013 में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का जब मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में आयोजन किया गया था तो इसके बिकनी राउंड वाले चरण को रद्द कर दिया गया था.

ये मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का 73वां संस्करण है. दक्षिण पूर्वी एशिया खासकर इंडोनेशिया, फिलिपींस, थाईलैंड जैसे देशों में ये बेहद लोकप्रिय है.

इन देशों में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के विजेताओं के लिए सिलेब्रिटी और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स बनने का रास्ता खुल जाता है.

मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का आयोजन करने वाली कंपनी की प्रमुख ऐन जकराजुतातिप जो खुद एक ट्रांसजेंडर महिला और मीडिया मुग़ल हैं, ने अपने ब्रैंड को और समावेशी बनाने की कोशिश की है. वे चाहती हैं कि इस इवेंट में शादीशुदा महिलाओं, ट्रांसजेंडर वुमन और सिंगल मदर्स भी भाग ले सकें.

Compiled: up18 News