रिजर्व बैंक ने लगातार चौथी बार रेपो रेट 6.5 फ़ीसदी पर रखा बरकरार

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आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जोखिमों के ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रखा गया है.

आरबीआई ने शहरी सहकारी बैंकों के लिए बुलेट पेमेंट योजना के तहत गोल्ड लोन की रकम को दोगुना कर 4 लाख रुपये कर दिया है.

उन्होंने कहा कि व्यापक आर्थिक स्थिरता और समावेशी विकास हमारे देश की प्रगति के मूल सिद्धांत हैं. हाल के सालों में मुश्किलों के समय में हमने मिक्स पॉलिसी अपनायी है, उससे आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा मिला है.

आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 4 अक्टूबर से शुरू हुई थी, जो आज खत्म हो गई है. लागातार चौथी बार रेपो रेट ना बदलते हुए 6.5 फ़ीसदी रखा गया है.

बता दें कि रेपो रेट का पूरा असर बैंकों से मिलने वाले लोन की दरों पर पड़ता है. अगर रेपो रेट बढ़ता है तो बैंक होम, कार या पर्सनल लोन पर मिलने वाली ब्याज दरों को बढ़ा देते हैं लेकिन RBI ने एक बार फिर रेपो रेट को ना बढ़ाने का फैसला लिया है, जिसकी वजह से आम लोगों को महंगे लोन से राहत मिल सकती है.

महंगाई पर क्या बोले RBI गवर्नर

आरबीआई गवर्नर ने मॉनेटरी पॉलिसी पर महंगाई को लेकर भी टिप्पणी की है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सितंबर महीने में महंगाई में कमी आने की उम्मीद है. उन्होंने आगे कहा कि महंगाई की ऊंची दर अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है, ऐसे में महंगाई को काबू करना आरबीआई की प्राथमिकता है.

Compiled: up18 News