आगरा: विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर हुआ गोष्टी का आयोजन

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आगरा: विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर एत्मादपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को कैंसर रोग के प्रति जागरुक किया। सीएमओ ने बताया कि कैंसर रोग से बचाव के लिए जागरुक होना अति आवश्यक होता है।

एनसीडी सेल के नोडल अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि कैंसर रोग से बचाव के तंबाकू का सेवन करने से परहेज करें। समय-समय पर अपनी जांच कराते रहें।

गोष्ठी में कैंसर के लक्षण और बचाव के उपायों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर डीपीओ कुलदीप भारद्वाज, जिला स्तर से डॉक्टर पीयूष जैन, डॉ. दीपक यादव, एफ एच मेडिकल कॉलेज से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सत्यवीर, एत्मादपुर से डॉक्टर संजीव वर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक कुलदीप भारद्वाज, डॉ विपिन कुमार, डॉ मनोज, डॉ सूची, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक अंशुल पचौरी, परवेज आलम, अमितांशु नारायण, ओम लता हितेंद्र सिंह नवनीत आदि का विशेष सहयोग रहा।

कार्यक्रम में एत्मादपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. संजीव वर्मा और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

सही समय पर पहचान कर कैंसर का उपचार संभव- डॉ. सुरभि

कैंसर जैसी गंभीर व जानलेवा बीमारी के प्रति जनजागरूकता के लिए हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। शुक्रवार को सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में कैंसर रोग के प्रति जागरुकता के लिए गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें कैंसर से बचाव के उपाय बताए गए। इसके साथ ही इस असवर पर पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ।

कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कॉलेज की कैंसर विशेषज्ञ डॉ. सुरभि गुप्ता ने बताया कि जागरुकता से समय रहते कैंसर की पहचान कर उसे सही समय पर डॉक्टर को दिखाकर रोका जा सकता है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि कैंसर दिवस की थीम हर तीन वर्ष पर बदली जाती है । इस बार कैंसर दिवस की थीम क्लोज द केयर गैप रखी गई है। इससे पहले वर्ष 2019 से लेकर 2021 तक तीन साल के लिए विश्व कैंसर दिवस की थीम “मैं हूं और मैं रहूंगा -” रखा गया था। कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए सावधानी व सतर्कता बहुत जरुरी है। इससे बचाव के लिए इसके विभि‍न्न कारण और लक्षणों के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। कैंसर के कई प्रकार ऐसे होते हैं, जिनमें बहुत देर में पता चलता है जिससे इलाज में देरी होती है। उन्होंने बताया कि इसके प्रति जागरूकता बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि महिलाओं में स्तन और सर्वाइकल कैंसर अधिक होता है। 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को हर दो साल में अपनी जांच अवश्य करानी चाहिए।

कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता, एसआईसी डॉ. बीबी पुष्कर, गायनोकॉलोजी विभाग की डॉ. सरोज सिंह, डॉ. रुचिका गर्ग और डॉ. जूही ने कैंसर रोग से बचाव के बारे में जानकारी दी।

कैंसर के लक्षण

• स्तन या शरीर के किसी अन्य भाग में कड़ापन या गांठ।
• एक नया तिल या मौजूदा तिल में परिवर्तन।
• कोई ख़राश जो ठीक नहीं हो पाती।
• स्वर बैठना या खाँसीका बने रहना ।
• खाने के बाद असुविधा महसूस करना।
• निगलने में कठिनाई होना।
• वजन में बिना किसी कारण के वृद्धि या कमी।
• असामान्य रक्तस्राव या डिस्चार्ज।
• कमजोर लगना या बहुत थकावट महसूस करना।

कैंसर होने के खतरे को कम करने के तरीके

• तंबाकू उत्पादों का प्रयोग न करें।
• कम वसा वाला भोजन करें तथा सब्जी, फलों और समूचे अनाजों का उपयोग अधिक करें।
• नियमित व्यायाम करें।

क्यों मनाया जाता है दिवस ?

विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरूआत सन 1933 में हुई, जब अंतर्राष्ट्रीय कैंसर संघ द्वारा जिनेवा में पहली बार विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इसके अलावा कैंसर के बढ़ते प्रकोप और इसके भयावह परिणामों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल चार फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाने का निर्णय लिया। इसका उदेश्य यह था कि इस दिन कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक कर इस भयावह बीमारी से ज्‍यादा से ज्‍यादा जिंदगियों को बचाया जा सके।

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