आगरा: दिनदहाड़े रेलवे अधिकारी के घर बदमाशों का धावा, पत्नी सतर्कता के चलते बड़ी वारदात होने से बची

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आगरा: लगता है कि आगरा में पुलिस का इकबाल अब खत्म हो चला है। अपराधी और बदमाश बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती भी दे रहे हैं। इन बदमाशों को अब खाकी का डर नहीं रहा है क्योंकि खाकी की कमजोर नब्ज को यह बदमाश बखूबी जानने लगे हैं। सोमवार को अज्ञात बदमाशों ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दी। इस बार अज्ञात बदमाशों ने रेलवे के एक अधिकारी के आवास को अपना निशाना बनाया। दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए अज्ञात बदमाश रेलवे अधिकारी के घर में घुसे लेकिन घर में मौजूद महिला की सतर्कता के चलते एक बड़ी घटना होने से बच गई।

नार्थ रेलवे कॉलोनी की घटना

घटना सोमवार की है ईदगाह रेलवे कॉलोनी में रेलवे के वरिष्ठ खंड अभियंता एम के अग्रवाल रेलवे क्वार्टर में रहते हैं। बताया जाता है कि दोपहर के समय सब घर पर थे। रेलवे अधिकारी एमके अग्रवाल की पत्नी विनीता अग्रवाल घर की सफाई कर रही थी। विनीता अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने कमरे में पौंछा लगाया था तभी एक युवक अचानक से सामने आकर खड़ा हो गया और आंख और गला दोनों दबा लिया। इतने में बमुश्किल उन्होंने आवाज निकाली तो घर के और लोग बाहर निकल आए। परिवार के अन्य सदस्य आने पर हिम्मत बनी और वह बदमाशों से भिड़ी तो बदमाश परिवारी जनों से छूटकर भाग निकला।

अज्ञात बदमाशों की संख्या 3

पीड़ित रेलवे अधिकारी एम के अग्रवाल ने बताया कि अज्ञात बदमाश के हाथ में तमंचा लगा हुआ था। वह डराने का प्रयास कर रहा था लेकिन पत्नी के भिड़ने के बाद उन्होंने बदमाश को पकड़ लिया। बदमाश तेजी के साथ अपने हाथ को छुड़ाकर भाग गया। साथी को गिरफ्त में देखकर दूसरा बदमाश जो बाहर बैठा हुआ था वह घर में ईट ढूंढने लगा जिससे वह हम लोगों को मार सके। तमंचे के बल पर छूटने के बाद दोनों बदमाश मौके से फरार हो गए।

दहशत में है पूरा परिवार

इस घटना के बाद रेलवे अधिकारी का पूरा परिवार दहशत में है। दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने नॉर्थ रेलवे कॉलोनी के लोगों को भी हिला कर रख दिया है। पीड़ित रेलवे अधिकारी और परिवार के लोगों में किसी तरह की अप्रिय घटना न होने से राहत की सांस ली है और भगवान का शुक्रिया कहा है।

24 घंटे में हुई दो बड़ी वारदात

आपको बताते चलें कि 24 घंटे के अंदर आगरा में बदमाशों ने दो बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है और तीसरी इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिरकार पुलिस इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है।