आगरा: राजामंडी स्टेशन स्थित मां चामुंडा देवी मंदिर को विस्थापित करने के रेलवे के नोटिस को लेकर हिंदूवादी संगठनों में रोष, आंदोलन की दी चेतावनी

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आगरा। लाखों- हिंदू भक्तों की आस्था का केंद्र मां चामुंडा देवी मंदिर को विस्थापित करने का नोटिस रेलवे ने जारी किया है। नोटिस में 10 दिन का समय मंदिर कमेटी को दिया गया और मंदिर को विस्थापित करने के निर्देश दिए है। इस घटना से हिंदूवादियों में रोष व्याप्त हो गया है। हिंदू जागरण मंच ने तो रेलवे को चेतावनी भी दे दी है कि अगर मंदिर की तरफ देखा तो आंदोलन होगा।

रेलवे ने मंदिर को बताया अतिक्रमण

आपको बता दें आगरा राजा मंडी रेलवे स्टेशन पर स्थित मां चामुंडा देवी के मंदिर जो की सैकड़ों बरसो प्राचीन मंदिर है, लाखों करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है। मां चामुंडा मंदिर को अतिक्रमण बता कर आगरा रेलवे द्वारा मंदिर पर नोटिस चस्पा कर दिया गया। नोटिस में मंदिर कमेटी को 10 दिन का समय दिया गया है। मंदिर विस्थापित करने के लिए मंदिर विस्थापित के नोटिस की खबर जैसे ही भक्तों को लगी तो भक्तों की भीड़ मंदिर पर उमड़ पड़ी और भक्तों में काफी रोष देखने को मिला।

पहले भी हुआ था मंदिर हटाने का आदेश

मां चामुंडा देवी मंदिर के महंत विश्रेश्ररा नंदगिरी महाराज ब्रह्मचारी एवं मंदिर कमेटी के अध्यक्ष दरब सिंह ने बताया 2011 में रेलवे ने चामुंडा माता मंदिर को अतिक्रमण बता कर हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया था जिसका मंदिर कमेटी ने जवाब भी दिया। तब रेलवे ने एक कमेटी गठित की जिसमें एसडीएम सदर एडीएम सिटी एवं मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सहित कुल 7 लोगों की कमेटी बनाई 2011 नोटिस के संबंध में एसडीएम सदर ने जांच करने के बाद पाया कि मंदिर सैकड़ों बरसों पुराना है एवं रेलवे स्टेशन के निर्माण से पहले से वहां पर स्थित है। रेलवे को लेटर दिया जिसमें एडीएम सदर ने लिखा की मंदिर पर कोई भी अतिक्रमण नहीं है। तब रेलवे ने भी मान लिया था एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी कहा था कि अगर रेलवे के द्वारा मंदिर पर कार्यवाही की जाती है तो हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना माना जाएगा।

बिगड़ सकती है शहर की फिजा

मंदिर से जुड़े लोगों ने सवाल किया कि इन सबके बावजूद रेलवे प्रशासन समय-समय पर हिंदुओं के आस्था के केंद्र चामुंडा देवी मंदिर पर नोटिस चस्पा कर क्या साबित करना चाहते हैं? क्या आगरा की फिजा बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी बीजेपी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। मंदिर के महंत ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रार्थना की है कि वह इस मामले को संज्ञान में लें।