आगरा: ईद को लेकर बाजार हुए गुलज़ार, जमकर खरीदारी से दुकानदारों के खिले चेहरे

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आगरा: देश के किसी भी हिस्से में रविवार को ईद का चांद नजर नहीं आया, इसलिए ईद-उल-फित्र का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा और आज 30वां और आखिरी रोज़ा है। ईद पर्व को लेकर लोगों में अलग ही उत्साह नजर आ रहा है। ईद को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए लोग जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं जिससे बाजारों में रौनक लौट रही है।

चांद के हिसाब से तय होता है इस्लामी कैलेंडर

मुसलमानों के लिए अभी इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना ‘रमज़ान’ चल रहा है जिसमें समुदाय के लोग रोज़ा (व्रत) रखते हैं। रमज़ान के महीने में रोज़ेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते- पीते है। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। बता दें कि इस्लामी कैलेंडर में महीना 29 या 30 दिन का होता है, जो चांद के हिसाब से तय होता है।

मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों से गुजारिश की वे ईद की नमाज़ से पहले ‘फित्रा’ (दान) जरूर करें। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार 60 रुपये प्रत्येक व्यक्ति की दर से जबकि उच्च मध्यम वर्गीय परिवार 80 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से फित्रा दे।

बजट के अनुसार हो रही है खरीदारी

ईद को लेकर बाजारों में फेनी और सेवइयों की भी बिक्री खूब हो रही है। इस बार बाजार में रंग बिरंगी फैनी भी मौजूद है। ₹160 किलो से लेकर ₹200 किलो के हिसाब से फैनी बिक रही है तो सेवइयों के दाम भी ₹80 प्रति किलो हैं। खरीददारी कर रहे लोगों का कहना था कि इस बार महंगाई की मार बाजार पर साफ देखने को मिल रही है। लेकिन कोरोना संक्रमण के 2 साल बीतने के बाद इस बार हर्षोल्लास के साथ ईद मनाई जा रही है, इसीलिए लोग इस ईद को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए बजट के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं।

कपड़ों की दुकान पर लगी भीड़

ईद पर पर मुस्लिम समाज के लोग नमाज अदा करने के लिए नए कपड़े पहनते हैं। इसीलिए कपड़ों के बाजारों में भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग अपनी पसंद के कपड़े खरीदने बाजार जा रहे हैं। ईद के चलते लौटी रौनक को लेकर दुकानदार भी उत्साहित हैं। पुरुष और बच्चे अपने लिए कपड़े खरीद रहे हैं तो मुस्लिम महिलाएं भी सिंगार का सामान खरीदते हुई नजर आ रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बार ईद पर पर बाजार में रौनक लौटी है इससे पहले कोरोना संक्रमण के चलते बाजार सुस्त रफ्तार से चल रहे थे।

व्यापारियों का कहना है कि ईद के चलते कुछ हद तक व्यापारियों में रौनक लौट रही है। लोग बजट के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं जिससे कुछ हद तक तो घाटे से उबरने का प्रयास हुआ है।