शाहरुख ख़ान मामला: बस इनकी दिक्कत यही है, न पढ़े लिखे हैं और न जानकारी जुटाते हैं

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यूसुफ किरमानी

लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में आज शाम को मुंबई में बॉलीवुड के लोग भी मौजूद थे। इसमें शाहरुख खान और आमिर खान भी थे। शाहरुख ने इस्लामिक परंपरा के तहत लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर के सामने दोनों हाथ उठाए और लता के जन्नत में जाने की दुआ की और उसके बाद अपने मुंह से चारों तरफ फूंका।

मुझ समेत भारत के करोड़ों लोगों ने यह दृश्य लाइव देखा। जब शाम से रात आई तो बीजेपी हरियाणा आईटी सेल में कर्मचारी अरुण यादव ने उस घटना का एक वीडियो ट्वीट करते हुए सवाल किया कि क्या इसने थूका। इसके बाद बीजेपी आईटी सेल ने उसे वायरल कर दिया और अब शाहरुख की लानत-मलामत सोशल मीडिया पर की जा रही है।

लेकिन जबरदस्ती खड़े किए गए इस विवाद का तमाम हिन्दुओं ने फोटो लगाकर टिप्पणी कर भाजपाइयों की इस घटिया हरकत पर ऐतराज जताया।  भगवाधारियों की यही दिक्कत है। न पढ़े लिखे हैं और न जानकारी जुटाते हैं। दूसरे धर्मों के बारे में न जानते हैं और न जानना चाहते हैं। भगवाधारियों को यह तक नहीं मालूम कि किसी की मौत के बाद मुसलमान लोग उसके जन्नत में जाने की दुआ करते हैं।  शाहरुख खान ने दिल से दुआ की और भगवा बेवकूफ निकल पड़े निन्दा करने।

एक शख्स दिल से दुआ कर रहा था और बीजेपी आईटी सेल उसे आरोपों में फंसा रहे थे। लेकिन दिक्कत यह है कि सोशल मीडिया से बाहर की दुनिया न जानने वाली युवा पीढ़ी ऐसे झूठ पर फौरन यकीन कर लेती है। मुझे उम्मीद थी कि मुंबई बीजेपी के लोग इस पर स्थिति स्पष्ट करेंगे। लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल काफी देर तक शाहरुख से वहां बात करते रहे लेकिन उन्होंने तो किसी भी तरह का न बयान दिया न कुछ पूछा। पीयूष गोयल पीएम मोदी की ओर से बॉलीवुड को डील करते हैं, इसलिए उनकी ड्यूटी आज वहां प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से लगाई गई थी।

मैंने खुद भी हरियाणा बीजेपी आईटी सेल वाले अरुण यादव को संदेश भेजा कि अगर इस बारे में नहीं जानते तो मुझसे या किसी अन्य मुसलमान से पूछ ले भाई। कोई भी बता देगा। ज्यादा पता करना है तो किसी पीर फकीर की दरगाह पर पहुंच जा, जहां हिन्दू भी बड़ी संख्या में जाते हैं, उनके लिए तो वहां रोजाना दुआ पढ़कर कोई न कोई फूंकता है।

आप Shah Rukh Khan के इस दुआ मांगने और फूंकने वाली गतिविधि से भले ही न सहमत हों लेकिन अगर किसी धर्म की जानकारी नहीं है तो उसे पता किया जाना चाहिए। पारसी लोग मरने वाले अपने लोगों के शव को परिन्दों के खाने के लिए डाल देते हैं, अब अगर किसी बीजेपी आईटी सेल वाले ने ऐसा पहली बार देखा तो वो उस शख्स का जीना हराम कर सकता है। दूसरे धर्मों का आदर करना सीखें। सिर्फ आपका ही धर्म महान नहीं है।

(लेखक पत्रकारिता से जुड़े हैं)

सभार- द रिपोर्ट्स