आगरा: भाजपा नेत्री की दुकान के बाहर सामान देख रकाबगंज थाना प्रभारी का चढ़ा पारा, नेत्री के बेटों को ले गए थाने और फिर…….

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आगरा: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। यह वीडियो रकाबगंज थाना प्रभारी का है। इस वीडियो में थाना रकाबगंज प्रभारी एक दुकानदार को हड़का रहे है। इतना ही नही उसके साथ अभद्रता करते हुए उसे जीप में बैठाकर थाने ले जाने की बात कह रहे है। पीड़ित का आरोप है कि थाने में ले जाकर पिटाई की गई। जिन युवकों को दुकान से उठाकर पुलिस ले गयी वो भाजपा महिला मोर्चा की रावली मंडल अध्यक्ष के बेटे थे। इस घटना से भाजपाइयों में भी आक्रोश है।

ये है मामला:-

यह पूरा मामला रकाबगंज थाना क्षेत्र के छीपीटोला का है। छीपीटोला में भाजपा महिला मोर्चा की रावली मंडल अध्यक्ष की दुकान है जिसे उनके दोनों बेटे संचालित करते है। शुक्रवार को थाना रकाबगंज प्रभारी अपनी जीप से दुकान पर पहुँचे और दुकान के बाहर सामान देखकर उनका पारा हाई हो गया। उन्होंने दुकानदार को बिना कुछ कहे ही लताड़ना शुरू कर दिया और फिर कॉन्स्टेबल से युवक को जीप में बैठाने को कहा। सिपाही ने प्रभारी की बात मानी और फिर उसे जीप में बैठाकर थाने ले गए। पीछे से उसका भाई भी पहुँच गया।

अभद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया:-

पीड़ित पक्ष का कहना है कि थाने पर ले जाकर उनके साथ हर दर्जे की बदतमीजी की गई। विरोध किया गया तो मारपीट भी कर दी गयी। जानकरी के मुताबिक रावली मंडल की अध्यक्षा अपने बेटों के समर्थन में पहुँची तो उनके साथ भी अभद्रता की गई। समर्थकों और पार्टी के नेताओ को फोन करने पर फोन छिन लिये गए। फोन मांगने पर छोटे बेटे को थप्पड़ मार दिए। इसका विरोध किया तो मेरे साथ ही धक्का मुक्की की गई।

दुकान का पर्दा और सामान बाहर होने पर की कार्यवाही:-

जानकारी के मुताबिक भाजपा नेत्री के दोनों बेटों को उठाकर लाने के पीछे पुलिस की ओर से जो तर्क दिया गया है वो भी हास्यपद है। पीड़ित के अनुसार बेटों को उठाकर ले जाने के पीछे दुकान का पर्दा और सामना बाहर होने कारण बताया गयाहै। उनके अनुसार कहने पर भी सामान अंदर नही किया गया जिससे सड़क पर अतिक्रमण हो रहा था। अगर ऐसा था तो पुलिस चेतावनी देकर छोड़ सकती थी या फिर सामान उठाकर ले जाती। थाने ले जाकर मारपीट करने का अधिकार किसने दिया।

घटना से भाजपाइयों में आक्रोश:-

इस घटना से भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष दिखाई दे रहा है। उनका कहना है कि नवागत थाना प्रभारी भाजपा विरोधी है इसलिए तो जानकरी दिए जाने पर भी उन्हें छोड़ा नही गया बल्कि उनके साथ मारपीट की गई।