केरल के इस मंदिर में भगवान विष्णु शयन मुद्रा में हैं विराजमान, एक खास ड्रेस कोड पर मिलती है एंट्री

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केरल के श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक माना जाता है। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु के एक रूप श्री पद्मनाभस्वामी को समर्पित है। आपको बता दें कि श्री पद्मनाभस्वामी त्रावणकोर शाही परिवार के कुल देवता हैं। यहां भगवान विष्णु शयन मुद्रा में विराजमान हैं। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां छह तहखाने हैं, जिसमें एक अरब से भी अधिक का खजाना रखा हुआ है।

खजाने में स्वर्ण आभूषण, स्वर्ण प्रतिमाएं, मुकुट, सिंहासन, हीरे, माणिक, पन्ना और अन्य मूल्यवान रत्न शामिल हैं। मंदिर अपनी वास्तुकला चेरा और द्रविड़ डिजाइनों के लिए जानी जाती है, साथ ही यहां का आकर्षक सुनहरा गोपुर भी देखने लायक है। लेकिन मंदिर से जुड़ी एक दिलचस्प बात ये है कि यहां आप स्कर्ट या जींस में मंदिर के अंदर नहीं जा सकते।

पद्मनाभस्वामी मंदिर में प्रवेश के कुछ सख्त नियम

पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के सबसे शानदार मंदिरों में से एक है, जहां साल भर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। आपको बता दें कि मंदिर में प्रवेश करने के कुछ सख्त नियम हैं। जी हां, साड़ी पहने महिलाओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति है। पुरुषों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति के लिए धोती पहननी पड़ती है। मंदिर 5000 से अधिक वर्षों से इन नियमों का पालन कर रहा है। 2016 से मंदिर प्रबंधन ने महिलाओं को सलवार सूट में भी महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति दे दी है।

गैर-हिंदुओं और गैर-भारतीयों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं  

न केवल मंदिर में एक खास ड्रेस कोड पर एंट्री मिलती है, बल्कि यहां गैर-हिंदुओं और गैर-भारतीयों के प्रवेश की भी अनुमति नहीं है। यही नहीं, अविवाहित भारतीय भी मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सकते।

मंदिर के आसपास देखने की जगह

नेपियर संग्रहालय, अट्टुकल मंदिर, कौडियार पैलेस, तिरुवनंतपुरम चिड़ियाघर, वेल्लयानी झील, पालकुलांगरा देवी मंदिर, महाराजा स्वाति थिरुनल पैलेस, कोवलम बीच, पझावंगडी गणपति मंदिर, केरल विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालय।

पद्मनाभस्वामी मंदिर कैसे पहुंचें

ट्रेन के माध्यम से- तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का पास का स्टेशन है। यह सिर्फ 600 मीटर दूर है और इसे 8 मिनट की पैदल दूरी पर कवर किया जा सकता है। पर्यटक कोचुवेली रेलवे स्टेशन से भी ट्रेन में सवार हो सकते हैं जो मंदिर से लगभग 17 मिनट की दूरी पर 9 किमी दूर है।

बस के माध्यम से- विझिंजम बस स्टेशन मंदिर का पास का बस स्टॉप है। यह केवल 16 किमी दूर है और सड़क पर 30 मिनट की यात्रा द्वारा इसे कवर किया जा सकता है।

कैब/ऑटो के माध्यम से- आप किफायती कीमत पर शहर में कहीं से भी कैब या ऑटो-रिक्शा से आ सकते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए ये सबसे आसान तरीका है।

-एजेंसी