ज्ञानवापी मस्जिद में शुरू हुए सर्वे से जुड़ी शुरुआती जानकारी सामने आई

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ज्ञानवापी मस्जिद का रख-रखाव का ज़िम्मा संभालने वाली अंजुमन इंतेज़ामिया मस्जिद कमेटी के सेक्रेटरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात की है.

सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा, ”रविवार को डीएम और कमिश्नर साहब के यहां बैठक हुई थी. हम लोगों ने उनसे कहा कि ये जो एएसआई का सर्वे होने जा रहा है, उसकी हमें एएसआई द्वारा कोई सूचना नहीं मिली है. कोई नोटिस भी नहीं मिला है तो उस सर्वे में हम शामिल नहीं हो सकते.”

मुस्लिम पक्ष ने ASI सर्वे का किया बहिष्कार

ये सर्वे अदालत के आदेश के बाद किया जा रहा है. ज्ञानवापी मस्जिद का रख-रखाव का ज़िम्मा अंजुमन इंतेज़ामिया मस्जिद कमेटी संभालती है.

इस कमेटी के सेक्रेटरी अब्दुल बातिन नोमानी ने मीडिया से बात की.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ अब्दुल ने कहा, ”रविवार को डीएम और कमिश्नर साहब के यहां बैठक हुई थी. हम लोगों ने उनसे कहा कि ये जो एएसआई का सर्वे होने जा रहा है, उसकी हमें एएसआई द्वारा कोई सूचना नहीं मिली है. कोई नोटिस भी नहीं मिला है तो उस सर्वे में हम शामिल नहीं हो सकते.”

अब्दुल बोले- ”हम सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं, आज इस मामले में सुनवाई हो रही है. जिस चीज़ में आज सुनवाई हो रही है, उसमें हम वहां कैसे शामिल हो सकते हैं. हम लोगों ने लिखित रूप से इन लोगों से गुज़ारिश की कि आप हमारी बात ऊपर पहुंचाए कि इसको एक दिन के लिए आगे बढ़ाएं ताकि हमारी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पूरी हो सके. इसके बाद हम इसमें शामिल होते.”

सोमवार सुबह जब सर्वे शुरू हुआ तो हिंदू पक्ष के वकीलों ने समाचार एजेंसियों से बात भी की. हालांकि तब मुस्लिम पक्ष की ओर से कोई नहीं दिखा था.

अब अब्दुल ने इस बारे में बताया,”अधिकारियों ने वादा किया था कि आप लोगों की बात ऊपर पहुंचाई जाएगी. पता नहीं क्या हुआ. आज सर्वे हो रहा है इसलिए हम लोगों ने सर्वे का बहिष्कार किया हुआ है. मुस्लिम पक्ष का कोई सर्वे में शामिल नहीं है.”

ज्ञानवापी मस्जिद मामले की ख़ास बातें

बीते शुक्रवार को वाराणसी की अदालत मे काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के वैज्ञानिक सर्वे किए जाने का आदेश दिया था.

एएसआई सर्वे के ज़रिए ये जानने की कोशिश करेगी कि क्या ज्ञानवापी मस्जिद किसी मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी? हिंदू पक्ष की ओर से ये दावा किया जा रहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद असल में हिंदू मंदिर के ऊपर बनी है.

मस्जिद में स्थित वजूखाने को सर्वे में शामिल नहीं किया जाएगा. इस जगह को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यहां शिवलिंग है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जिसे शिवलिंग कहा जा रहा है वो फव्वारा है.

Compiled: up18 News