ईरानी फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने सोमवार को विश्व कप के अपने ग्रुप स्टेज मैच में इंग्लैंड के खिलाफ अपने देश का राष्ट्रगान गाने से इंकार कर दिया था और अब ईरानी सुरक्षा बलों ने देश के सबसे प्रसिद्ध फुटबॉलरों में से एक वोरिया गफौरी को ईरान के खिलाफ ‘दुष्प्रचार फैलाने’ और ‘राष्ट्रीय विश्व कप टीम’ को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया। गफौरी वर्तमान में फुटबॉल टीम का हिस्सा नहीं है।
कुर्दों के बचाव में मुखर
ईरान की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के पूर्व सदस्य और कभी तेहरान क्लब एस्टेघलल के कप्तान रहे वोरिया गफौरी ईरानी कुर्दों के बचाव में मुखर रहे हैं। ईरान में एंटी-हिजाब प्रदर्शनों के बीच वे सोशल मीडिया पर सक्रिय थे और सरकारी सुरक्षा बलों से कुर्द लोगों को मारना बंद करने के लिए कह रहे हैं। उन्हें पहले ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ की आलोचना करने के लिए हिरासत में लिया गया था। इस बार क्लब का प्रशिक्षण सत्र समाप्त होते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
फुटबॉल टीम से निकाला
35 वर्षीय फुटबॉलर गफौरी ईरान की 2018 वाली विश्व कप टीम के सदस्य थे लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस साल कतर में होने वाले विश्व कप के लिए अंतिम लाइनअप में उसका नाम नहीं था। बीते कुछ सालों से उन पर कुर्द अलगाववादी होने का आरोप लगा है, लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि वे अलगाववादी नहीं और ईरान के लिए अपनी जान देने को तैयार है।
हाल में ट्वीट किया कुर्दों को मत मारो
गफौरी ने हाल ही में ट्वीट किया, ‘कुर्द लोगों को मारना बंद करो !!! कुर्द खुद ईरान हैं… कुर्दों को मारना ईरान को मारने के बराबर है। यदि आप इनकी हत्या के प्रति उदासीन हैं, तो आप ईरानी नहीं हैं और आप इंसान भी नहीं हैं … हम सभी ईरान से हैं।
विरोध प्रदर्शनों के घायलों से मिले
मूल रूप से पश्चिमी ईरान के कुर्द-आबादी वाले शहर सनंदाज के गफौरी ने कुर्दिस्तान के पहाड़ों में पारंपरिक कुर्द पोशाक में खुद की एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थी। 22 वर्षीय ईरानी कुर्द महसा अमिनी की हिरासत में मौत के बाद भड़के एंटी-हिजाब प्रदर्शनों में घायल हुए कुछ लोगों से मुलाकात भी की थी। इससे पहले उन्होंने महिला फुटबॉल प्रशंसकों के खिलाफ हिंसा को लेकर भी आवाज उठाई थी।
Compiled: up18 News