समंदर में समाई चीन की पनडुब्‍बी, 100 नौसैनिकों की मौत को छिपा रहा है ड्रैगन

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रक्षा मंत्री भी हुए गायब

पीएलए-नौसेना की सबसे शक्तिशाली पनडुब्बियों में से एक, टाइप 093 या शांग क्लास परमाणु पनडुब्बी के हादसे का शिकार होने की खबरें 21 अगस्त से आनी शुरू हुई थीं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पनडुब्‍बी में 100 नौसैनिकों का पूरा बेड़ा खत्‍म हो गया है। चीन की तरफ से इससे जुड़ी किसी भी रिपोर्टकी पुष्टि नहीं की गई है। चीन के पास छह शांग श्रेणी की परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां हैं।

अमेरिका का मानना है कि चीन के रक्षा मंत्री की जांच जारी है। शांगफू से बतौर रक्षा मंत्री के तौर पर सारी जिम्मेदारियां छीन ली गई हैं। रक्षा मंत्री का गायब होना चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की हायर रैंक्‍स में उथल-पुथल की तरफ इशारा करता है। इस बात की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि पनडुब्बी दुर्घटना और रक्षा मंत्री के खिलाफ जांच के बीच कोई संबंध है या नहीं।

ताइवान ने बदला रुख

ताइवान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से भी इस पर प्रतिक्रिया दी गई है। पिछले ही महीने ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि वह पनडुब्बी दुर्घटना की पुष्टि नहीं कर सकता लेकिन उसने अब अपना रुख बदल लिया है। ताइवान ने इस हफ्ते जवाब दिया कि यह मामला संवेदनशील है और ऐसे में उसका इस पर कोई टिप्‍पणी करना ठीक नहीं होगा।

हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स से अलग जो जानकारियां अब सामने आ रही हैं, उसके मुताबिक हादसा पीले सागर में हुआ है जबकि शुरुआत में क‍हा गया था कि दुर्घटना ताइवान जलडमरूमध्य में हुई थी।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय के जनरल स्टाफ हेडक्‍वार्टर के इंटेलीजेंस ऑफिस असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर मेजर जनरल हुआंग वेंकी ने कहा कि वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उनका कहना था कि यह जानकारी ‘बहुत गोपनीय’ है। साथ ही काफी संवेदनशील भी है।

जानकारी छिपाने में माहिर चीन

शांग क्‍लास चीन की दूसरी पीढ़ी की परमाणु अटैक पनडुब्बियों का एक बड़ा हिस्‍सा है। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलए) के पास इनमें से छह तरह की पनडुब्बियां अभी सेवा में हैं। इन्‍हें नौसेना के पनडुब्बी बेड़े की रीढ़ माना जाता है। टाइप 093ए और टाइप 093बी एसएसएन जैसी एडवांस्‍ड चीनी पनडुब्बियां टाइप 093 का एडवांस्‍ड वर्जन हैं। ताइवान के साथ कई महीनों से तनाव चरम पर है। चीन ने ताइवान को घेरने के लिए बड़े स्‍तर पर मिलिट्री ड्रिल शुरू की थी। इसके कुछ ही दिनों बाद पनडुब्बी दुर्घटना की खबरें सामने आईं। जानकारों की मानें तो चीन इस दुर्घटना को बिल्‍कुल वैसी ही छिपा सकता है जैसे उसने गलवान हिंसा में अपने सैनिकों की मौत को छिपाया था।

Compiled: up18 News