पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी के कथित शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में गिरफ़्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस के एक बड़े नेता और प्रवक्ता कुणाल घोष ने सख़्त लहजे में उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की माँग की है.
कुणाल घोष ने ट्वीट कर लिखा है- “पार्थ चटर्जी को तत्काल मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटा दिया जाना चाहिए. उन्हें बर्ख़ास्त कर देना चाहिए.”
कुणाल घोष ने आगे लिखा है- “यदि पार्टी को मेरा ये बयान ग़लत लगता है तो उसे पूरा हक़ है कि वो मुझे सभी पदों से हटा दे. मैं पार्टी का एक सैनिक बना रहूँगा.”
प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल के उद्योग, वाणिज्य और संसदीय कार्यों के मंत्री पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को गिरफ़्तार किया था.
कुणाल घोष ने उस वक़्त कहा था कि पार्टी उनको तब तक मंत्री पद और महासचिव पद से नहीं हटाएगी जब तक कि वो दोषी साबित नहीं हो जाते.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि पार्टी किसी व्यक्ति के ख़िलाफ़ तभी कार्रवाई करेगी जब अदालत उसे दोषी ठहरा दे.
शुभेन्दु अधिकारी ने भी उठाया सवाल
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेन्दु अधिकारी ने सवाल किया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को गिरफ़्तारी के बाद भी मंत्री क्यों बनाए रखा है.
प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल के उद्योग, वाणिज्य और संसदीय कार्यों के मंत्री पार्थ चटर्जी को स्कूल शिक्षकों की भर्ती से जुड़े कथित घोटाले के मामले में 23 जुलाई को गिरफ़्तार किया था.
अधिकारी ने बुधवार को कोलकाता में राज्यपाल गणेशन से मुलाक़ात की और कहा कि पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए.
अधिकारी ने बाद में पत्रकारों से कहा, “मुख्यमंत्री ने इतनी जानकारियों और सबूतों के बावजूद उनके ख़िलाफ़ कोई क़दम नहीं उठाया है.”
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि पार्टी किसी व्यक्ति के ख़िलाफ़ तभी कार्रवाई करेगी जब अदालत उसे दोषी ठहरा दे.
कथित शिक्षक भर्ती घोटाले की जाँच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के फ़्लैट से कथित तौर पर छापे मारे हैं जिनमें कथित तौर पर करोड़ों की नकद राशि बरामद की गई है.
-एजेंसी