उत्तराखंड: सुरंग में फंसे 34 मजदूरों की जानकारी लेने पहुंचे सीएम धामी

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पाइपलाइन के जरिए भेजे गए ऑक्सीजन और खाना

फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए। पूरी रात बचाव कार्य चला और अभी भी जारी है।

युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी

आपको बता दें कि रविवार सुबह 5 बजे यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल में भूस्खलन की बड़ी घटना हुई। इस टनल में 34 मजदूर फंसे हुए हैं। अब 30 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। मौके पर राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर लगातार जारी है। एनडीआरफ, एसडीआरएफ, पुलिस फायर ब्रिगेड, साथ ही एम्बुलेंस आदि के दस्ते राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। केंद्रीय एजेंसियों को भी मदद के लिए भेजा गया है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर लगातार रेस्क्यू कर रहे है। जानकारी के अनुसार सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर भूस्खलन हुआ जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं।

प्रधानमंत्री ने धामी से राहत और बचाव कार्यों की ली जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी ने भी मुख्यमंत्री से फ़ोन पर बात कर इस पूरी घटना की जानकारी ली, और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। इसके अलावा उत्तरकाशी जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कवायद लगातार जारी है। उत्तरकाशी में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन कर उत्तरकाशी भूस्खलन में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली।

Compiled: up18 News