केंद्र सरकार का वक्फ बोर्ड को सख्‍त संदेश: अहमदिया मुसलमानों को ‘काफिर’ कहने का अधिकार नहीं

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अधिकारी क्या बोले

जब आंध्र प्रदेश वक्फ द्वारा दिए गए बयान के बाद मुद्दा गरमाया और अहमदिया मुस्लिमों द्वारा इसका विरोध होना शुरू हुआ तो अधिकारियों ने कहा कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा है कि आप राज्य सरकार के निकाय हैं। आपके पास ऐसे निर्देशों को जारी करने का कोई अधिकार नहीं है।

मंत्रालय की ओर से साफ-साफ कहा गया कि आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड का प्रस्ताव से पता चलता है कि वो बड़े पैमाने पर अहमदिया समुदाय की घृणा की दृष्टि से देखता है। वक्फ बोर्ड के पास अहमदिया सहित किसी भी समुदाय की धार्मिक पहचान निर्धारित करने का कोई अधिकार नहीं है।

केंद्र सरकार ने मुख्य सचिव से जवाब मांगा

इस मुद्दे पर केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य के मुख्य सचिव को इस मामले में दखल देने और जल्द से जल्द एक रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है साथ में अधिकारियों को आगाह किया है कि इस मामले का पूरे देश का माहौल बिगड़ सकता है। केंद्र सरकार ने यह भी बताया है कि वक्फ अधिनियम 1995 मुख्य रूप से भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन के लिए एक कानून है। राज्य वक्फ बोर्डों को इस प्रकार की कोई घोषणा करने के लिए कोई शक्ति नहीं देता है।

केंद्र सरकार से गुहार करने पहुंचे थे अहमदिया मुसलमान

काफिर करार देने वाले बयान के बाद अहमदिया समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय मंत्रालय पहुंचा। जिसमें उन्होंने कहा- “कुछ राज्यों में वक्फ बोर्ड अहमदिया समुदाय का विरोध कर रहे हैं और अवैध प्रस्ताव पारित कर रहे हैं।” उन्होंने फरवरी में जारी आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड के एक प्रस्ताव का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड ने एक प्रस्ताव पारित कर समूचे अहमदिया को ‘गैर-मुस्लिम’ घोषित कर दिया, जिसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।

अहमदिया को काफिर घोषित किया था

इस मामले में अंतरिम आदेश पारित करते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड ने अपने अध्यक्ष के हस्ताक्षर के साथ एक घोषणा की है, जिसमें कहा गया है कि जमीअतुल उलेमा के ‘फतवे’ के परिणाम स्वरूप क्वाडियन समुदाय को ‘काफिर’ घोषित किया जाता है। इस फतवे के जरिए वक्फ बोर्ड अहमदिया मुसलमानों को इस्लाम का हिस्सा मानने से इंकार कर दिया।

Compiled: up18 News