अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत, नामांकन में हो सकती है दिक्कत

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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से निवर्तमान सांसद अफजाल अंसारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाई कोर्ट से राहत नहीं मिल पाई है। अफजाल ने गाजीपुर स्पेशल कोर्ट की ओर से चार साल की कैद और एक लाख रुपये की जुर्माना की सजा पर रोक से संबंधित याचिक हाई कोर्ट में दायर की है। हाई कोर्ट में गुरुवार को मामले की सुनवाई होनी थी लेकिन मामले की सुनवाई एक दिन के लिए टाल दी गई।

शुक्रवार को मामले पर जब सुनवाई शुरू हुई तो फिर इसे टाल दिया गया। अब गैंगस्टर एक्ट में सुनाई गई सजा के मामले में 13 मई को सुनवाई होगी। ऐसे में अब अफजाल अंसारी को गाजीपुर लोकसभा सीट से चुनावी पर्चा दाखिल करने में दिक्कत हो सकती है। हालांकि, गाजीपुर में आखिरी चरण में चुनाव होना है।

इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट में गुरुवार को गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी को गैंगस्टर एक्ट में मिली सजा के खिलाफ दाखिल अपील पर सुनवाई नहीं हो सकी। जस्टिस संजय कुमार सिंह के समक्ष सुनवाई के दौरान बताया गया कि अफजाल अंसारी के को मिली सजा बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने भी अपील दायर की है। इस संबंध में फाइल कोर्ट में नहीं पहुंच पाई। इस पर कोर्ट ने दोनों अपील एक साथ शुक्रवार को सुनवाई के लिए पेश करने का निर्देश दिया। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड को लेकर गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में अफजाल अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।

नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 14 मई

गाजीपुर लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 14 मई है। 7 मई से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे में समाजवादी पार्टी के घोषित उम्मीदवार अफजाल अंसारी के सामने मुश्किल बढ़ गई है। अगर गाजीपुर विशेष न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने संबंधी याचिका पर अगर हाई कोर्ट 13 मई को कोई आदेश पारित नहीं करती है तो फिर मुश्किलें बढ़नी तय है। 13 मई को सुबह 10 बजे इस याचिका पर सुनवाई का समय तय किया गया है। अब इस दिन सरकार और अफजाल की याचिका पर सुनवाई होने के कारण चिंता बढ़ी है।

बेटी नुसरत बन सकती हैं डमी कैंडिडेट

सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी भी गाजीपुर सीट से नामांकन दाखिल कर सकती हैं। मीडिया से बातचीत में अफजाल अंसारी ने कहा कि वह जब भी चुनाव लड़े है उनकी ओर से हर बार डमी नामांकन कराया जाता रहा है। अफजाल ने यहां तक दावा किया कि उनके शुरुवाती चुनावों में मुख्तार अंसारी का नामांकन भी डमी कैंडिडेट के तौर पर कराया गया था।

-एजेंसी