कैश फॉर क्वेरी मामला: महुआ मोइत्रा के कई ठिकानों पर CBI की छापेमारी

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दरअसल, लोकपाल ने 19 मार्च को केश फॉर क्वेरी केस को लेकर CBI को जांच करने के आदेश दिए थे. साथ ही कहा था कि 6 महीने में केस की रिपोर्ट फाइल कीजिए और हर महीने स्टेटस रिपोर्ट भी पहुंचाइए.

लोकपाल के आदेश के बाद CBI ने 21 मार्च को महुआ के खिलाफ FIR दर्ज की थी. महुआ ने 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। 2019 में वे TMC के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीती थीं.

सीबीआई ने गुरूवार 21 मार्च को ही महुआ मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. एंटी-करप्शन संस्था लोकपाल के निर्देशों पर सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की है.

पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर सवाल का आरोप लगाया था. जिसके बाद सीबीआई ने इस केस की जांच की.लोकपाल ने सीबीआई को मामले में शिकायतों के सभी पहलुओं की जांच करने के बाद छह महीने में रिपोर्ट देने को कहा है. लोकपाल पीठ ने अपने आदेश में कहा है कि एक सांसद के रूप में मोइत्रा के खिलाफ लगाए गए आरोप ठोस सबूतों और गंभीर हैं. ऐसे में सच का पता लगाने के लिए इसकी गहन जांच होना जरूरी है.

महुआ के पिता के घर भी रेड

महुआ मोइत्रा के साथ ही उनके पिता के आवास पर भी सीबीआई ने छापेमारी की है. इस बारे में महुआ मोइत्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि सीबीआई ने उनके पिता के घर पर छापा मारा है लेकिन ये छापेमारी कैश फॉर क्वेरी मामले में नहीं बल्कि किसी और मामले में हैं.

– एजेंसी