आगरा: पत्नी ने रखी शर्त, पति नहीं मांगेगा हिसाब, तब जाऊंगी घर और फिर हो गयी सुलह

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आगरा। पुलिस लाइन परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को पत्नी ने पुलिस और काउंसलर के सामने घर लौटने की शर्त रख दी। उसने कहा, पति एक हजार रुपये महीने देगा। वह इन रुपयों का कुछ भी करे, लेकिन पति हिसाब नहीं लेगा। इस बात पर राजी होगा तभी उसके साथ घर लौटूंगी। पति के वादा करने के बाद वह उसके साथ विदा हुई।

ये पति-पत्नी काउंसलिंग के लिए आए थे। पत्नी ने काउंसलर को बताया कि शादी के तीन साल बाद भी पति महीने पर खर्च के लिए रुपये हाथ में नहीं देता है। पाई-पाई का हिसाब लेता है। यदि उसे कोई चीज खरीदने का मन करता है तो हाथ में पैसे नहीं होते। पति से कई बार महीने में अपने लिए कुछ रुपये देने की कहा। वह अनसुनी कर देता है। जिससे उसे घर चलाने में भी दिक्कत आती है।

वहीं, पति का काउंसलर से कहना था कि उसे दस हजार रुपये महीना मिलता है। इसी में सारी गृहस्थी चलानी होती है। इसलिए वह पाई-पाई का हिसाब रखता है। काउंसलर ने भी पति को समझाया। जिसके बाद उसने पत्नी को एक हजार रुपये उसे व्यक्तिगत खर्च देने का वादा किया। दोनों में सुलह हो गई।

रविवार को परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग के बाद छह जोड़ों में सुलह हो गई। पतियों को तीन वादे करने पड़े। पत्नी के साथ गाली-गलौज और मारपीट नहीं करेंगे, समय पर खर्च देंगे और शराब पीकर घर नहीं आएंगे। परिवार परामश केंद्र प्रभारी कमर सुल्ताना ने बताया कि छह जोड़ों में सुलह हो गई।