आगरा: एसटीएफ ने पकड़ा 50 लाख की दवाइयों का ज़खीरा, एक ड्रग माफिया गिरफ़्तार

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आगरा: एसटीएफ आगरा ने दवा माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार को एसटीएफ आगरा को बड़ी सफलता हाथ लगी। एसटीएफ आगरा ने दवा माफियाओं पर छापामार कार्रवाई करते हुए लगभग 50 लाख रुपए की दवाओं का जखीरा बरामद किया तो वहीं एक दवा माफिया की गिरफ्तारी भी की गई। एसटीएस आगरा ने औषधि विभाग के अधिकारियों और क्षेत्रीय पुलिस के सहयोग से इस छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया और दबाव को अपने कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।

आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार को एसटीएफ और औषधि विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। नीतिबाग चौकी क्षेत्र की पंचवटी कॉलोनी में एक गोदाम पर छापा मारा। वहां से सैंपल की कई करोड़ की दवाएं बरामद की हैं। बताया जाता है कि दवा माफियाओं ने वासुदेव नाम के युवक के घर में किराए पर कमरा ले रखा था। उस कमरे को गोदाम के रूप में यूज किया जा रहा था जिसमें सैंपल की दवाइयां रखी जा रही थी। गोदाम मोनू अग्रवाल का बताया जा रहा है।

अब तक की जांच में पता लगा है कि ताजगंज क्षेत्र में पंचवटी कॉलोनी रोड पर दवा माफियाओं पर किराये पर दो कमरे ले रखे थे। वहीं शमशाबाद रोड पर स्थित राधे कृष्ण धाम कॉलोनी में भी गोदाम बना रखा था। बड़ी मात्रा में सैंपल की दवाओं को इन्हीं दोनों कमरों में रखा गया था। एसटीएफ ने गोदाम मालिक को भी हिरासत में लिया है। उससे सैंपल की दवाओं के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

मकान स्वामी वासुदेव का कहना है कि गोदाम में रोज बाइक और लोडर टेंपो से दवाई लाई जाती थी। इन दवाओं को बाद में कुछ लोग यहां से ले जाते थे। एसटीएफ की पूछताछ में अभी तक जानकारी मिली है कि गोदाम मालिक अलग-अलग जगह से सैंपल की दवा को खरीद कर यहां गोदाम में इकट्ठा करते थे।

गरीबों को दी जाने वाली सैंपल की दवाइयों पर भी अब दवा माफियाओं की नजर पड़ गई है। दवा माफिया अपने निजी स्वार्थ के लिए एमआर के साथ मिलकर कंपनी द्वारा डॉ को दी जाने वाली सैंपल की दबाव को अवैध रूप से बेच रहे हैं। कंपनी चिकित्सक को यह दवा सैंपल के रूप में फ्री में देती है जिसे चिकित्सक उन गरीब मरीजों को यह दवा दे सके जो खरीदने में असमर्थ रहते हैं।