Agra News: सोशल मीडिया पर पार्ट टाइम जॉब के विज्ञापन देकर साइबर ठग लोगों को बना रहे ठगी का शिकार, रहें सावधान

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आगरा सोशल मीडिया पर पार्ट टाइम जॉब के लुभावने एड देकर साइबर ठग लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। घर बैठ कर पार्टटाइम और फुल टाइम जॉब कर लाखों कमाने के लुभावने विज्ञापनों की सोशल मीडिया पर बाढ़ आई हुई है। नामी कंपनियों के नाम से घर बैठ कर कमाने के ऑफर देकर साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आगरा के नाई की मंडी क्षेत्र में आया है।

नौकरी के नाम पर केवाईसी करवाई

नाई की मंडी क्षेत्र निवासी महिला परिवार की आर्थिक तंगी से परेशान थी और नौकरी कर परिवार को आर्थिक मदद देना चाहती थी। बच्चों की परवरिश के कारण पीड़िता बाहर जाकर काम नहीं कर सकती थी। पीड़िता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नामी पेंसिल कंपनी की पैकिंग करने का जॉब एड देखा और उनसे ऑनलाइन संपर्क कर लिया। इसके बाद उक्त कंपनी का पदाधिकारी बनकर साइबर ठगों ने पीड़िता से बातचीत की और उन्हें एक मोबाइल नंबर देकर उसकी केवाईसी करने की बात कही। पीड़िता को एक व्यक्ति कंपनी का एजेंट बनकर मिला और बहाने से उनका आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लेकर ऐप पर उनका अंगूठा लगवा कर केवाईसी कर ली।

पीड़िता नौकरी के सपने देख रही थी की बुधवार को अचानक उसके घर पर एक नामी सरकारी बैंक का डेबिट कार्ड कोरियर के माध्यम से आया। कार्ड पर अपना नाम देख पीड़िता के होश उड़ गए। पीड़िता ने कहीं कोई खाता नहीं खुलवाया था। जानकारी करने पर खाता कैंट क्षेत्र की शाखा का निकला। पीड़िता जब बैंक पहुंची तो मैनेजर ने आनलाइन खाता खुलवाने की जानकारी दी। पीड़िता ने तत्काल बैंक को कार्ड वापस कर लिखित शिकायत कर उसकी रिसीविंग ले ली है और साइबर सेल में पीड़िता शिकायत करने जा रही है।

युवक से जमा करवाए 500

ऐसा ही एक मामला न्यू आगरा क्षेत्र निवासी एक पीड़ित का है। नामी शॉपिंग ऐप के नाम से पार्ट टाइम जॉब का विज्ञापन देखकर युवक ने जब ऑनलाइन बात की तो उसको लिंक भेजकर रजिस्ट्रेशन करवाया गया और फिर फीस के नाम पर 500 रुपए पेटीएम करवाए गए। इसके बाद कंपनी ने कोई संपर्क नहीं किया। ठगी की रकम कम होने के कारण पीड़ित ने मुकदमा दर्ज नहीं करवाया है।

डाटा लेकर ऐसे होता है इस्तेमाल

साइबर अपराधी बहाने से डाटा हासिल कर पहले फोनकर ओटीपी लेकर बैंक खाते के पैसे उड़ाने का प्रयास करते हैं और काम न होने पर बैंक कर्मियों से सेटिंग कर दस्तावेजों से बैंक खाता खुलवा लेते हैं। इन खातों पर क्रेडिट कार्ड इश्यू करवा लेते हैं या फिर दूसरों को ठगने के लिए इन खातों का इस्तेमाल करते हैं।

एक क्लिक करते ही लगती है भरमार

फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल और यूट्यूब कहीं भी अगर पार्ट टाइम जॉब का कोई विज्ञापन अगर व्यक्ति एक बार देख ले तो फिर ऐसे विज्ञापनों की झड़ी लग जाती है। पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने बताया की डिजिटल दुनिया में कदम रखने के बाद सावधानी बहुत जरूरी है। कभी भी लुभावने विज्ञापन, अनजान से दोस्ती कर भरोसा करना और अपने खाते की डिटेल या ओटीपी किसी को भी साझा नहीं करनी चाहिए। कभी भी परेशानी होने साइबर सेल की हेल्पलाइन पर तत्काल जानकारी देकर या साइबर सेल में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई जानी चाहिए। पुलिस हर वक्त जनता की सेवा के लिए तत्पर है।