आगरा: 4 साल पहले लापता हुई विवाहिता पुलिस को बदायूं में मिली, अपने दूसरे पति के साथ रहना किया स्वीकार

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आगरा: साल 2017 में फतेहाबाद से लापता हुई विवाहिता अचानक बदायूं के बिल्सी क्षेत्र के शाहाबाजपुर गांव से मिली। जहां उसने गांव के ही एक युवक से शादी कर ली। अपने परिवार के साथ रह रही थी। सुराग मिलने के बाद पुलिस गांव पहुंची तथा विवाहिता को लेकर आ गई। महिला ने अपने पति के साथ ही रहना स्वीकार किया। विवाहिता के बरामद होने से उसके परिजनों में खुशी की लहर है।

इस मामले में इंस्पेक्टर फतेहाबाद आलोक कुमार सिंह ने बताया कि 27 अक्टूबर 2017 को सामंती देवी पुत्री ठाकुरदास निवासी मोहल्ला कछियात अपने ससुराल जाते समय स्वेच्छा से बस में बैठकर बदायूं चली गई। उसने अपने परिजनों को कोई भी सूचना नहीं दी जिसके चलते परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने सामंती की तलाश की परंतु उसका जब कोई पता नहीं चल सका तो 13 फरवरी 2018 को थाना फतेहाबाद में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई गई।

इसके बाद लगातार पुलिस द्वारा उसको ढूंढने के प्रयास किए गए। तीन वर्षों तक जब वह नहीं मिली तो परिजनों ने मामले में उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की। इस मामले में न्यायालय द्वारा पुलिस को कड़े निर्देश दिए गए। एसटीएफ, क्राइम ब्रांच की टीम भी सामंती की खोज में लगाई गई परंतु नतीजा नहीं निकला।

अचानक से विधानसभा चुनावों के दौरान एक केस के सिलसिले में इंस्पेक्टर फतेहाबाद अछनेरा गए। जहां बातों ही बातों में फतेहाबाद की एक महिला के बदायूं में अपने पति के साथ रहने की जानकारी मिली। बदायूं क्षेत्र के ग्राम प्रधान ने मानवता पूर्व कार्य करते हुए उसे अपने यहां रखा हुआ था। गांव के ही एक युवक नेमपाल सिंह से उसका विवाह कर दिया। सामंती के 2 बच्चे हुए इसमें से एक बच्चे की मौत हो गई। अब महिला के पास एक पुत्री है।

चार साल बाद गायब महिला का सुराग मिलने पर फतेहाबाद पुलिस ने महिला को बरामद कर लिया। सामंती ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयानों में अपने दूसरे पति नेमपाल सिंह के साथ ही रहने का निर्णय लिया। चार साल बाद नाटकीय ढंग से सामंती की बरामदगी होने पर उसके परिजनों तथा क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस की प्रशंसा की है।

-एजेंसी