आगरा पहुंची स्वाइन फ्लू वैक्सीन की 50 बाईल, चिकित्सक-स्टॉफ को लगाई गयीं

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आगरा: संचारी रोग लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं। ऐसे में एक तरफ डेंगू कहर बरपा रहा है तो कोरोना संक्रमण के भी मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में स्वाइन फ्लू का खतरा भी कम नजर नहीं आ रहा है। इसीलिए सरकार की ओर से स्वाइन फ्लू की वैक्सीन भी लगवाई जा रही हैं। आगरा के जिला अस्पताल में 50 वाइल स्वाइन फ्लू की पहुंची है।

बुधवार को स्वाइन फ्लू लगाए जाने का अभियान की शुरुआत आगरा के जिला अस्पताल में की गई। डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा के नेतृत्व में वैक्सीनेशन रूम में इस अभियान की शुरुआत हुई। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू एक तीव्र संक्रामक रोग है, जो एक विशिष्ट प्रकार के एनफ्लुएंजा वायरस (एच-1 एन-1) द्वारा फैलता है।

आगरा में भले ही अभी तक स्वाइन फ्लू के मामले सामने नहीं आये हो लेकिन सरकार चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ को संक्रमण से बचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। इसीलिए कोरोना वैक्सीन के साथ ही अब स्वाइन फ्लू की वैक्सीन भी चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ लगाई जा रही है जिससे वे संक्रमित लोगों से बच सकें ताकि मरीजों का अच्छे से इलाज और उपचार हो सके।

डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पताल को स्वाइन फ्लू की 50 वैक्सीन मिली है। यह वैक्सीन चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ को लगाई जाएगी। इसकी शुरुआत आज से कर दी गई है। सभी चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को भी निर्देश कर दिया है कि वह बारी-बारी से स्वाइन फ्लू की वैक्सीन जरूर लगवा लें।

सीएमएस ए के अग्रवाल ने बताया कि हाल ही में स्वाइन फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। इसके बावजूद चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों को इससे बचाए रखने के लिए वैक्सीन जरूरी थी। सरकार के आदेश पर चिकित्सा और नर्सिंग स्टाफ को वैक्सीन लगाई जा रही है।

सीएमएस ए के अग्रवाल ने बताया कि स्वाइन फ्लू एक तीव्र संक्रामक रोग है, जो एक विशिष्ट प्रकार के एनफ्लुएंजा वायरस (एच-1 एन-1) द्वारा फैलता है। प्रभावित व्यक्ति में सामान्य मौसमी सर्दी, खासी व जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं, जिनमें नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, गले में खराश, बुखार होना, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द, कभी-कभी दस्त व उल्टी आना शामिल हैं। अगर किसी को अपने शरीर में यह लक्षण दिखाई दें तो तुरंत उपचार करवाएं।