आगरा: भाजयुमो की ओर से आयोजित हुई यंग इंडिया रन मैराथन, धावकों ने लिया बढ़-चढ़कर भाग

Press Release

आगरा: स्वामी विवेकानंद की जयंती को आज पूरा देश युवा दिवस के रुप में मना रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पाटी युवा मोर्चा आगरा की ओर से “Young India Run” मैराथन का आयोजन किया गया। यह मैराथन सदर बाजार स्थित एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम से शुरू हुई। इस मैराथन में बालक और बालिका धावकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और जमकर दौड़ लगाई।

महानगर अध्यक्ष ने दिखाई हरी झंडी

भाजयुमो की ओर से आयोजित हुई यंग इंडिया रन मैराथन को भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने हरी झंडी दिखाई। एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम के बाहर ही एक मंच तैयार किया गया था जहां सभी मुख्य अतिथि मौजूद रहे। भाजयुमो महानगर अध्यक्ष भानु महाजन के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय धावक भी मौजूद रहे, जिन्होंने संयुक्त रूप से मैराथन को हरी झंडी दिखाई।

5 किलोमीटर की मैराथन

भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की ओर से आयोजित यंग इंडिया रन मैराथन लगभग 5 किलोमीटर की थी। इस मैराथन में भाग लेने वाले बालक बालिका धावक काफी उत्साहित नजर आए। 5 किलोमीटर की मैराथन जैसे ही शुरू हुई, भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने धावकों के ऊपर पुष्प वर्षा कर उनका उत्साहवर्धन किया और इस मैराथन को पूरा करने वाले धावकों को पुरस्कृत और सम्मानित किया गया।

1984 से राष्ट्रीय युवा दिवस की शुरुआत

1984 में भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन (12 जनवरी) को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया था। 1985 से हर वर्ष विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। विवेकानंद एक सच्चे कर्मयोगी थे और उन्हें इस देश के युवाओं पर पूरा भरोसा था। उनका दृढ़ विश्वास था कि युवा अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और आध्यात्मिक शक्ति के माध्यम से भारत के भाग्य को बदल सकते हैं।

युवाओं के लिए था यह संदेश

युवाओं के लिए उनका संदेश था, “मैं चाहता हूं कि लोहे की मांसपेशियां और स्टील की नसें हों, जिसके अंदर वैसा ही दिमाग रहता है जिससे वज्र बनता है।” इस तरह के संदेशों के माध्यम से उन्होंने युवाओं में बुनियादी मूल्यों को स्थापित करने की कोशिश की।

मैराथन में भाग लेकर उत्साहित दिखे प्रतिभागी

मैराथन में भाग लेकर युवा धावक काफी उत्साहित नजर आए। उनका कहना था कि आज स्वामी विवेकानंद की जयंती है, वह सभी की प्रेरणाश्रोत थे। युवा उन्हें अपना आदर्श मानते हैं और इसी के चलते आज इस मैराथन में युवाओं और बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया है। क्योंकि युवा ही आज भारत देश की रीढ़ है। अगर युवा भारत देश की सेवा में मजबूती के साथ जुड़ जाए तो भारत को पूरी दुनिया में सर्वोच्च वैभव पर पहुंचने से कोई भी नहीं रोक सकता।