‘मिसाइल से संगीत’ तक के विविधि क्षेत्रों में नारी शक्‍ति ने सफलताओं की ऊंचाइयों को छुआ है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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उद्यमशील महिलाओं की प्रतिभा और परिश्रम को निरंतर प्रोत्साहन मिलेगा

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘मुझे यह जानकर संतोष हुआ है कि वीर-नारी बहनों के कल्याण के लिए ‘आह्वान’ नामक योजना चलाई जा रही है। इसके लिए मैं AWWA की विशेष सराहना करती हूं।’’

उन्होंने कहा कि ‘आवा’ द्वारा यहां प्रदर्शित की गई उद्यमिता प्रदर्शनी से भारत की नारी प्रतिभा की सुंदर झलक देखने को मिली है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी बहनें सजावट से लेकर उपयोगिता क्षेत्र तक, अनेक सुंदर और उपयोगी वस्तुएं कुशलता के साथ बना रही हैं और प्रस्तुत कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आशा करती हूं कि उद्यमशील महिलाओं की प्रतिभा और परिश्रम को निरंतर प्रोत्साहन मिलता रहेगा।’’

दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है भारत: मुर्मू

बता दें उन्होंने कहा, ‘‘मिसाइल से संगीत तक विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने विभिन्न चुनौतियों और बाधाओं को पार करते हुए ऊंचाइयों को छुआ है।’’

उन्होंने कहा कि अस्मिता का प्रचलित अर्थ असीमित क्षमता के बोध से है और इन बहनों ने इसे सुंदर ढंग से प्रदर्शित किया है। राष्ट्रपति ने कहा कि नारी समुदाय में आत्म गौरव का भाव होने से गौरवशाली समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव होता है। उन्होंने कुछ पुराने विचारों को छोड़ने और नए विचारों को अपनाने की जरूरत पर भी जोर दिया।

उन्होंने कहा कि देश की आधी आबादी नारी है, आज देश आर्थिक रूप से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और देश निरंतर आगे बढ़ने को प्रयासरत है। इस अवसर पर उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ की पत्नी सुदेश धनखड़ भी मौजूद रहीं।

दरअसल, मुर्मू ने कहा कि उनकी मुलाकात अनेक ऐसी महिलाओं से हुयी है जो परिश्रम के बल पर और चुनौतियों को पार करते हुए सफलता के शिखर पर पहुंची हैं।

एडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष अर्चना पांडे ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपलब्धियों को रेखांकित किया और कहा कि राष्ट्रपति स्वयं नारी शक्ति को प्रदर्शित करती हैं।

Compiled: up18 News