ग्लोबल आयुर्वेद फेस्टिवल का उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया उद्घाटन, भारत में जुटे 75 देशों के 7,500 से ज्यादा प्रतिनिधि

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75 देशों के प्रतनिधिमंडल में एक से बढ़कर एक विद्वान

75 देशों के प्रतिनिधिमंडल इस सम्मेलन में उपस्थित होंगे जो आयुर्वेद की प्रासंगिकता और वैश्विक स्वास्थ्य सत्रों को संबोधित करने की बढ़ती मान्यता को रेखांकित करता है और इस कार्यक्रम का प्रमुख फोकस आयुर्वेद में नवीनतम वैज्ञानिक प्रगति होगी। इस कार्यक्रम में उद्योग और संस्थागत भागीदारी होगी जिसमें नए और अभिनव आयुर्वेद आधारित उत्पादों, सेवाओं और अनुसंधान पहलों के साथ-साथ पोस्टर और पेपरों की प्रस्तुतियां प्रदर्शित की जाएंगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि योग की तरह आयुर्वेद का दुनिया में डंका बजे, इस मकसद में वैश्विक सम्मेलन की यह कड़ी काफी मददगार साबित होगी।

उपराष्ट्रपति ने किया सम्मेलन का उद्घाटन

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए नया आयुष मंत्रालय का गठन किया था। मंत्रालय आयुर्वेद के क्षेत्र में चौतरफा बढ़त हासिल करने के लिए तरह-तरह के कदम उठा रहा है। इसी क्रम में पिछले पांच वर्षों से विश्व आयुर्वेद महोत्सव का आयोजन भी किया जा रहा है। इस वर्ष महोत्सव के पांचवां संस्करण है जिसका आयोजन तिरुअनंतपुरम में किया गया है। 5वें विश्व आयुर्वेद महोत्सव 2023 का विषय ‘स्वास्थ्य सेवा में उभरती चुनौतियां और एक पुनरुत्थानवादी आयुर्वेद’ है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महोत्सव का उद्घाटन किया।

आयुर्वेद से परिचय

विश्व आयुर्वेद महोत्सव के अंतर्गत ही राष्ट्रीय आरोग्य मेला का भी आयोजन किया गया है जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों और आयुर्वेदिक तैयारियों में उनके उपयोग दर्शाया जाएगा। देश के प्रमुख आयुष संस्थान एक्सपो में अपने स्टॉल लगाए हैं और 20 आयुर्वेद कॉलेजों के वहां अपने मंडप हैं। जीएएफ 2023 में भारत की पहली आयुर्वेद चिकित्सा पर्यटन पर बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) बैठक भी होगी, जिसका उद्देश्य हेल्थकेयर अग्रदूतों को दुनिया भर के खरीदारों से जोड़ना और आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवा संसाधनों के रूप में भारत के पास मौजूद धन को दिखाना है।

मुफ्त में आयुर्वेद से इलाज कराने का मौका

शिविर के सभी पांच दिनों के दौरान 25 विशेषज्ञ क्लीनिकों के साथ एक मुफ्त चिकित्सा शिविर भी स्थापित किया जाएगा और शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। 15 लाख रुपये की मुफ्त दवाइयां भी वितरित की जाएंगी और एक विशाल ‘आयुर्वेद आहार’ फूड कोर्ट विभिन्न प्रकार के स्वस्थ भोजन परोसेगा और जीएएफ 2023 के अन्य आकर्षण।

बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल

यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय, केरल सरकार और एएमएआई, एएमएमओआई, एएचएमए, केआईएसएमए, एडीएमए, विश्व आयुर्वेद परिषद और 14 अन्य आयुर्वेद संघों के प्रतिनिधित्व वाली आयुर्वेद बिरादरी के सहयोग से सेंटर फॉर इनोवेशन इन सोशल एक्शन (सीआईएसएसए) की तरफ से आयोजित किया जा रहा है। इस समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय राज्य मंत्री और जीएएफ आयोजन समिति के अध्यक्ष वी. मुरलीधरन शामिल हुए। अन्य देशों के नेता भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे जैसे कि श्रीलंका के स्वदेशी चिकित्सा राज्य मंत्री और मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन शामिल हैं। श्रीलंका के स्वदेशी चिकित्सा राज्य मंत्री सिसिरा जयकोडी भी अन्य लोगों के साथ इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।

साझा प्लेटफॉर्म तैयार करने का मकसद

एक्सपो में आगंतुकों को आयुर्वेद की दुनिया का पता लगाने और अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा, जिसमें आयुर्वेदिक दवाएं, हर्बल उत्पाद, कल्याण सेवाएं और आयुर्वेदिक उपकरण शामिल हैं। इस आयोजन का उद्देश्य आयुर्वेद चिकित्सकों और हितधारकों के वैश्विक नेटवर्किंग के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करना और समाज के सामने आने वाली स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान के रूप में आयुर्वेद को बढ़ावा देना है।

Compiled: up18 News