पुतिन ने बदले अपने विचार: बोले, हमास के हमले क्रूरता से भरे… इजराइल को आत्‍मरक्षा का पूरा अध‍िकार

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व्‍लादिमीर पुतिन ने कहा कि इस बातचीत का उद्देश्‍य संयुक्‍त राष्‍ट्र के दो देश वाले फार्मूले को लागू करना होना चाहिए। इस फार्मूले में कहा गया है कि एक स्‍वतंत्र फलस्‍तीन देश होगा और पूर्वी यरुशलम उसकी राजधानी होगी। साथ वह इजरायल के साथ शांति और सुरक्षा के साथ रहेगा। उन्‍होंने माना कि इजरायल पर अप्रत्‍याशित क्रूर हमला हुआ है। निश्चित रूप से इजरायल के पास अपनी रक्षा करने का अधिकार है। इजरायल के पास शांतिपूर्ण सहअस्तित्‍व को सुनिश्चित करने का अधिकार है। हमास के इस हमले में इजरायल के 1300 से ज्‍यादा लोग मारे गए हैं।

पुतिन ने बताया इजरायल युद्ध का हल

पुतिन ने जोर देकर कहा कि इस समस्‍या का हल शांतिपूर्ण तरीके से ही हो, इसके लिए काम करने की जरूरत है। रूसी नेता ने कहा कि जिस तरह से मैं इसे देख रहा हूं, दो देशों की स्‍थापना के अलावा और कोई व‍िकल्‍प नहीं है। पुतिन अरेस्‍ट वारंट होने के बाद पहली बार विदेशी दौरे पर पहुंचे हैं। इससे पहले पुतिन ने इजरायल के उत्‍तरी गाजा के लोगों के चले जाने के आदेश की आलोचना की थी। इस बीच हमास-इजरायल संघर्ष को एक सप्ताह हो गया। इधर, यहूदी राष्ट्र की सेना ने शनिवार को कहा कि उसके एक ड्रोन पर गोलीबारी के बाद उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने पर हमला किया है।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार एक बयान में इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा कि यह कदम ‘इजरायल में अज्ञात हवाई घुसपैठ और आईडीएफ यूएवी (मानव रहित हवाई वाहन) पर गोलीबारी’ के जवाब में था। आईडीएफ के अनुसार दो ‘अज्ञात हवाई वस्तुओं’ को उत्तरी शहर हाइफ़ा के ऊपर रोका गया, जो लेबनानी सीमा के करीब है।

पहले के एक बयान में इजरायली सेना ने कहा था कि ‘एक अज्ञात वस्तु की घुसपैठ’ उत्तरी इजरायल के शफरम शहर के पास हुई। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली सेना और हिजबुल्लाह ने एक दूसरे पर हमला किया है। लेबनानी समूह हिजबुल्लाह, जिसे लेबनान में मजबूत सैन्य और राजनीतिक उपस्थिति के साथ ईरान का समर्थन प्राप्त है, को ब्रिटेन तथा अमेरिका और अन्य देश एक आतंकवादी संगठन मानते हैं।

Compiled: up18 News