UNCTAD ने भारत के 2023 के आर्थिक विकास का पूर्वानुमान बढ़ाकर किया 6.6%

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बढ़ा दिया जीडीपी ग्रोथ का अनुमान

UNCTAD ने अपनी व्यापार और विकास रिपोर्ट में कहा कि वह उम्मीद करता है कि 2023 में वैश्विक आर्थिक उत्पादन में वृद्धि 2.4% तक धीमी हो जाएगी। लेकिन 2024 में थोड़ा बढ़कर 2.5% हो जाएगी। इससे एक दिन पहले ही विश्व बैंक ने FY24 में भारत की अर्थव्यवस्था के 6.3% से बढ़ने का अनुमान लगाया था। भारत की FY23 इकनॉमिक ग्रोथ 7.2% थी।

वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी

यूएनसीटीएडी ने कहा, ‘ग्लोबल इकॉनमी काफी धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रही है। इसमें 2023 में अनुमानित ग्रोथ 2.4 फीसदी है, जो वैश्विक मंदी के पारंपरिक मानदंडों को पूरा करती है। पूर्वी और मध्य एशिया को छोड़कर पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी है।’ संगठन ने कहा, ‘कुछ अर्थव्यवस्थाएं, जिनमें ब्राजील, चीन, भारत, जापान, मेक्सिको, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं, ने 2023 में लचीलापन दिखाया है। जबकि अन्य और अधिक कठिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।’

यहां बरतनी होगी सावधानी

जिनेवा स्थित संगठन ने कहा, ‘भारत में प्राइवेट के साथ-साथ बाहरी सेक्टर और सरकारी सेक्टर ने घरेलू विकास में योगदान दिया है।’ संगठन ने आगे कहा, ‘हालांकि, कई संकेतक अभी भी सावधानी बरतने का सुझाव देते हैं। जैसे- जून 2023 में बेरोजगारी दर अभी भी 8.5 फीसदी पर है, जो ऐतिहासिक मानकों से निराशाजनक रूप से कम है। असमानता में भी काफी इजाफा हुआ है। ये विकास में बाधा डाल सकते हैं।’

1,23,000 निर्यातक फर्म्स

UNCTAD ने यह भी कहा कि भारत की 10 सबसे बड़ी कंपनियों का कुल निर्यात में 8% योगदान है। हालांकि, 2021 में निर्यातक फर्मों की कुल संख्या 1,23,000 से अधिक हो गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में साउथ-साउथ ट्रेड साउथ के कुल व्यापार का लगभग 54% था।

Compiled: up18 News