रूस के मिसाइल हमले में यूक्रेन के अमीर कारोबारियों में शुमार रहे ओलेक्सी वदातुर्स्की (74) और उनकी पत्नी रायसा की मौत हो गई है.
यूक्रेन के अधिकारियों के अनुसार यह घटना दक्षिणी शहर मायकोलायिव में रूस की ओर से हुई भारी बमबारी के चलते हुई.
ओलेक्सी वदातुर्स्की अनाजों का निर्यात करने वाली कंपनी निबुलॉन के मालिक थे. उन्हें ‘यूक्रेन के हीरो’ सम्मान से भी सम्मानित किया गया था. फोर्ब्स के अनुसार 2020 में उनके पास क़रीब 45 करोड़ डॉलर की संपत्ति थी.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने वदातुर्स्की की जीत को देश के लिए बहुत बड़ा नुक़सान बताया है.
मायकोलायिव के मेयर ऑलेक्ज़ेंडर सेनकेविच ने कहा कि उनके शहर पर रूस की शायद अब तक का सबसे बड़ी बमबारी हुई है. शहर में इससे बड़ी तबाही हुई है.
मायकोलायिव शहर, काला सागर पर स्थित देश के सबसे बड़े पोर्ट ओडेसा से कुछ किलोमीटर उत्तर में स्थित है. फ़रवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ओडेसा पर लगातार बमबारी होती रही है.
इस इलाक़े के नेता वितालिए किम ने बताया कि देश के कृषि और जहाज निर्माण उद्योग के साथ इलाके के विकास में वदातुर्स्की का अमूल्य योगदान रहा है.
इस बीच राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के कार्यालय ने कहा है कि उनकी राय में रूस ने जानबूझकर वदातुर्स्की को टारगेट किया है.
राष्ट्रपति के सलाहाकार मिखाइलो पोदोलियाक ने बताया कि कुछ मिसाइलों ने वदातुर्स्की के बेडरूम को टारगेट किया, जिसे देखते हुए कोई शक़ नहीं रह जाता कि ये मिसाइल गाइडेड थे.
वदातुर्स्की की कंपनी निबुलॉन ने अनाज के निर्यात के लिए देश में कई गोदाम और अन्य बुनियादी ढांचे बनाए थे.
अनाज निर्यात के मामले में रूस और यूक्रेन दुनिया के बड़े निर्यातक हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच के इस युद्ध के चलते पूरे विश्व में खाने पीने की चीज़ें काफ़ी बढ़ गई हैं.
तुर्की में पिछले हफ़्ते यूएन के ज़रिए इन दोनों देशों ने एक समझौते पर दस्तख़त किए हैं, जिसका लक्ष्य बाज़ार में क़ीमतें कम करना है. लेकिन उसके बाद ओडेसा पोर्ट पर रूस की बमबारी से अब यह समझौता लगभग खटाई में पड़ गया है.
इसके अलावा सुरक्षा जांच के चलते भी निर्यात शुरू होने में देरी हुई है. लेकिन तुर्की ने रविवार को बताया कि यूक्रेन के ओडेसा पोर्ट से अनाज का पहला जहाज सोमवार को निकल सकता है.
-एजेंसी