भारत में सबसे लोकप्रिय यात्रा स्थानों में से एक हिमाचल प्रदेश हर उम्र के लोगों और हर तरह के लवर्स के लिए कुछ न कुछ जरूर पेश करता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो यहां कई हिल स्टेशन हैं, जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं या फिर अगर आपको रोमांच का बेहद शौक है तो आप यहां कई तरह की एक्टिविटीज भी कर सकते हैं। वहीं अगर आपको धार्मिक चीजों से बेहद लगाव है तो यहां कई मंदिर हैं जो काफी प्राचीन हैं, जहां लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल जाती है। उन्हीं में से एक है श्री कृष्ण मंदिर, जिसे दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के रूप में जाना जाता है।
जी हां, मंदिर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में स्थित है। किन्नौर के निचार में यूला कांड़ा में कृष्ण मंदिर है, जहां लोगों की दर्शन करने के लिए खूब भीड़ लगती है। चलिए आपको इस मंदिर के बारे में बताते हैं।
भारत में सबसे ऊंचा श्रीकृष्ण मंदिर
भारत में भगवान श्री कृष्ण का सबसे ऊंचा मंदिर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में मौजूद है। युला कांडा ट्रैकिंग एक ट्रैक का नाम है। आप हिमालय के रास्ते में लंबी पैदल यात्रा करके, भगवान कृष्ण को समर्पित दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर तक पहुँच सकते हैं.
मंदिर के पास की झील के पीछे की कहानी
यह प्रसिद्ध मंदिर एक झील के बीच में स्थित है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस झील का निर्माण पांचों पांडवों ने अपने वनवास के दौरान किया था, जो कि भगवान कृष्ण को समर्पित थी इसलिए पहाड़ियों में श्रीकृष्ण का मंदिर इतना ऊंचा है।
युल्ला कुंडा ट्रैकिंग
ट्रैक युल्ला खास गांव से शुरू होता है और खूबसूरत भगवान कृष्ण मंदिर तक ले जाता है। वैसे यहां तक जाने के अन्य विकल्प भी मौजूद हैं, आप काशांग दर्रे से ट्रेक कर सकते हैं, या झील तक जाने के लिए लिस्टिगरंग दर्रा भी ले सकते हैं। ये ट्रैक आपको थोड़ा सा मुश्किल लगेगा, लेकिन इतना नहीं कि आपसे किया भी न जाए, आप आराम से इस ट्रैक को कर सकते हैं। इस ट्रैक को अनुभव करने का सबसे अच्छा समय मई के बीच से नवंबर के बीच है। हालांकि इस ट्रैक को आप साल के किसी भी समय कर सकते हैं।
मंदिर में मनाया जाने वाले त्योहार
मंदिर में जन्माष्टमी का त्योहार खूब धूम धाम के साथ मनाया जाता है। हर साल जन्माष्टमी के दौरान, किन्नौर और हिमाचल प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के लोग इस मंदिर में आते हैं। किन्नौर गांव और श्रीकृष्ण मंदिर की दूरी 12 किलोमीटर है।
-एजेंसी