आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट: आग जैसी अप्रिय घटना से निपटने को मेट्रो डिपो में फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने का काम शुरू

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आगरा। पीएसी स्थित आगरा मेट्रो के प्रथम डिपो में आग लगने जैसी अप्रिय निपटने के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा 2 लाख लीटर की क्षमता वाला अंडरग्राउंड वॉटर टैंक एवं पंप रूम का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। फिलहाल, डिपो परिसर में फायरफाइटिंग पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि आगरा मेट्रो के सभी स्टेशनों एवं डिपो परिसर में एडवांस फायर फाइटिंग सिस्टम से साथ भूमिगत फायर टैंक एवं पंपरूम का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल, डिपो परिसर में अग्निशमन के लिए लाल रंग की पानी की पाइपलाइन बिछाई जा रही है।

कुमार केशव ने बताया कि डिपो परिसर में लगभग 3500 मीटर फायरफाइटिंग पाइपलाइन बिछाई जा रही है, जिसमें 1600 मीटर भूमिगत व शेष बाउंड्री वॉल के किनारे होगी। उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर व डिपो में स्थित भवनों में स्मोक डिटेक्टर, फायर अलार्म आदि आधुनिक उपकरण भी लगाए जाएंगे। यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो शहरवासियों को सार्वजनिक यातायात का सबसे सुगम एवं सुरक्षित माध्यम प्रदान करेगी।

ऐसे काम करेगा फायर फाइटिंग सिस्टम

फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए डिपो परिसर में 2 लाख लीटर की क्षमता का भूमिगत टैंक बनाया गया है, जिसको भूमिगत एवं डिपो परिसर की बाउंड्री वॉल के किनारे लगाई गई लाल रंग की फायर फाइटिंग पाइपलाइन से जोड़ा जाएगा। इस पाइपलाइन में विभिन्न जगहों पर वॉल्व दिए जाएंगे जिससे आग लगने जैसी किसी आपातकालीन स्तिथि में होज रील/होज पाइप (फायर फाइटिंग के लिए प्रयोग होने वाले पाइप) को जोड़ कर आग पर काबू पाया जा सकेगा। इसके साथ ही डिपो व स्टेशन परिसर में फायर अलार्म कंट्रोल पैनल भी लगाए जाएंगे, जिसकी मदद से आग लगने स्थिति में हूटर के जरिए आपातकालीन स्थिति की सूचना मिलेगी। फायर अलार्म कंट्रोल पैनल की मदद से आग लगने पर घटना की सटीक जगह पता करने में भी मदद मिलेगी।

बता दें कि आगरा मेट्रो के डिपो में विभिन्न क्षमता वाले भूमिगत टैंकों का निर्माण किया गया है, जिसमें रॉ टैंक, डोमेस्टिक टैंक व फायर टैंक शामिल हैं। डिपो परिसर में आग लगने जैसी किसी अप्रिय घटना का सामना करने के लिए 2 लाख लीटर पानी की क्षमता वाला फायर टैंक बनाया गया है। इसके साथ ही 1 लाख, 25 हजार लीटर की क्षमता वाले रॉ टैंक एवं 1 लाख लीटर की क्षमता वाले डोमेस्टिक टैंक बनाए गए हैं जिसमें डोमेस्टिक गतिविधियों के लिए प्रयोग किए जाने वाले जल को स्टोर किया जाएगा।

गौरतलब है कि गत वर्ष लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में आग लगने का मामला सामने आया था, जहां मौके पर दमकल विभाग की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी हुई थीं। इस दौरान दमकल विभाग की गाड़ियों को आग बुझाने के लिए पर फायर स्टेशन जाकर पानी लाना पड़ रहा था, लेकिन इस दौरान उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने दमकल विभाग को भूमिगत फायर टैंक से पानी उपलब्ध कराया, जिससे दमकल विभाग ने जल्द आग पर काबू पा लिया। ऐसे में यूपी मेट्रो के स्टेशन परिसर में बने फायर टैंक न सिर्फ स्टेशन परिसर बल्कि आसपास के क्षेत्र के लिए भी उपयोगी साबित हुए हैं।