ब्रज की आध्यात्मिकता के चित्र को चित्रित करती है पुस्तक चल मन वृंदावन

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इस अवसर पर बॉलीवुड के कई सितारे एक साथ नज़र आए जिसमें शत्रुघन सिन्हा, जितेंद्र, रंजीत, शोले के निर्देशक रमेश सिप्पी, जैकी श्रॉफ, ईशा देओल, अहाना रहेजा, ग़दर निर्देशक अनिल शर्मा, रेणु चोपड़ा (फ़िल्म बागवान), ज़ैद खान और ब्राइट आउटडोर मीडिया के योगेश लखानी सहित कई हस्तियां उपस्थित रहीं। पुष्पगुच्छ और शॉल द्वारा सभी मेहमानों का सम्मान किया गया।

इंडियन ऑयल ने इस तरह के कार्यक्रम को स्पॉन्सर करके एक सराहनीय पहल की है जिसकी सभी अतिथियों ने प्रशंसा की। इस पुस्तक में वृंदावन के इतिहास, संस्कृति, मंदिरों और पर्यटन के बारे में लेख हैं।

इस पुस्तक का संपादन अशोक बंसल ने किया है और इसे हरिवंश चतुर्वेदी ने प्रकाशित किया है। 250 पन्ने की यह किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है।

यहां “चल मन वृंदावन” गीत दिखाया गया जिसे सभी ने पसन्द किया। इस गीत को शेखर अस्तित्व ने लिखा है, विवेक प्रकाश ने संगीत दिया है जबकि कविता कृष्णमूर्ति, विवेक प्रकाश ने इसे गाया है।

इस अवसर पर वृंदावन फैशन शो भी हुआ जिसमें हेमा मालिनी शो स्टॉपर रहीं। हेमा मालिनी ने स्टेज पर शानदार परफॉर्मेंस पेश की।

अशोक बंसल ने कहा कि मैं लोकप्रिय सांसद हेमा मालिनी को इस महत्वपूर्ण पुस्तक के लोकार्पण पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।  ढाई सौ पेज की इस पुस्तक में साहित्य, धर्म, इतिहास, दर्शन का खूबसूरत मिश्रण है।

हेमा मालिनी ने कहा कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का आभार कि वह इस पुस्तक के लोकार्पण पर अपना कीमती समय निकाल कर आए। अशोक बंसल, इंडियन ऑयल के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य सभी मेहमानों का धन्यवाद। यह किताब पढ़ते हुए लगेगा कि आप वृंदावन में ही हैं।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने चल मन वृंदावन पुस्तक के लिए हेमा मालिनी के प्रयासों को सराहनीय कार्य बताया। उन्होंने और लेखक सम्पादक तथा पूरी टीम ने इस पुस्तक को एक दस्तावेज का रूप दे दिया है, साथ ही बुक लांच पर उन्होंने वृंदावन फैशन शो का आयोजन भी किया जो अपने आप में बड़ा कदम है। उन्होंने भारतीय परिधान और सभ्यता को प्रोमोट करने की दिशा में यह कार्य किया। उन्होंने स्टेज पर अद्भुत प्रस्तुति भी दी तथा उन्होंने अपने भाषण में बेहतरीन हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषाओं का प्रयोग किया।

श्रीकांत वैद्य ने इस परियोजना के साथ इंडियन ऑयल के सहयोग पर बोलते हुए कहा कि ‘चल मन वृन्दावन’ के पीछे की कल्पना को किसी और ने नहीं, बल्कि हेमा मालिनी ने जीवंत किया था। वर्षों के समर्पण के परिणामस्वरूप वृन्दावन की यह शानदार यात्रा शानदार गद्य और ज्वलंत चित्रों में कैद हुई है। जबकि, यह पुस्तक ब्रज की आध्यात्मिकता के चित्र को चित्रित करती है और सांस्कृतिक विरासत के साथ मथुरा के साथ इंडियन ऑयल के गहरे संबंध का बयान भी करता है। ‘चल मन वृन्दावन’ सिर्फ एक किताब नहीं है, बल्कि उससे भी कहीं अधिक है। यह एक आध्यात्मिक यात्रा है, जो वृन्दावन की समृद्ध विरासत को सतत विकास में इंडियन ऑयल के योगदान के साथ जोड़ती है।’

हेमा मालिनी ने बताया कि वह इस पुस्तक के द्वारा वृंदावन, इसके इतिहास, मंदिरों को दुनिया भर में प्रचार करना चाहती हैं। यह कॉफी टेबल बुक वृंदावन की यात्रा करने और इसके इतिहास को जानने के लिए एक मार्गदर्शक है।

मथुरा-वृंदावन के मंदिरों और ऐतिहासिक धरोहरों के चित्रों के साथ पुस्तक ‘चल मन वृंदावन’ में पूरे बृज, गोवर्धन, नंदगांव, बरसाना, मथुरा और आसपास के 84 कोस के बारे में काफी गहन रिसर्च करने के बाद पूरी जानकारी मौजूद है।

– up18News/अनिल बेदाग