कथावाचक उमा माहेश्वरी डी और कृष्ण लीला गायक गोपीनाथ स्वेन को म‍िला पद्मश्री

Religion/ Spirituality/ Culture

उमा माहेश्वरी डी कौन हैं?

उमा माहेश्वरी डी देश की पहली महिला हरिकथा गायिका हैं. संस्कृत पाठ में उनकी कुशलता है, वह भैरवी, शुभपंतुवराली, केदारम, कल्याणी समेत कई रागों में कथा सुनाती हैं. वह तेलुगु और संस्कृत में पारंगत लेखक हैं. वह लड़कियों को परंपरा की बेड़ियों से आगे आकर कुछ नया करने की सीख देती हैं. संस्कृत भाषा में पाठ करने वाली उमा कई रागों में कथाएं सुनाती हैं. भैरवी, शुभपंतुवरलि, केदारम और कल्याणी जैसे रागों में हरिकथा को लोकप्रिय बनाने वाली उमा माहेश्वरी का बहुमूल्य योगदान हैं, जिसके लिए उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है.

गोपीनाथ स्वेन, कृष्ण लीला गायक, उड़ीसा

विशिष्ट सेवा के लिए गोपीनाथ स्वेन को भी पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है आपको बता दें कि गंजम के कृष्ण लीला गायक हैं, उन्होंने इस कला को जिंदा रखने में अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने दखिनश्री, चिंता, देसाख्य, तोडी भटियारी, भटियारी, कुम्भा कमोदी समेत 5 प्राचीन रागों को गाया और सिखाया. उन्होंने पारंपरिक स्कूलों की स्थापना की और अपनी कला को सैंकड़ों युवाओं तक पहुंचाया. खास बात ये है कि उन्होंने महज 5 साल की उम्र में ही अपनी संगीत साधना शुरू की थी.

हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार पद्म पुरस्कारों की घोषणा करती है. ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, लोक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिए जाते हैं.

-एजेंसी