मथुरा: महाशिवरात्रि पर श्रीकृष्‍ण जन्मभूमि से निकलेगी शिव की भव्य बारात

Religion/ Spirituality/ Culture

मथुरा। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्रीकृष्‍ण जन्मभूमि द्वारा आयोजित भगवान शिव की भव्य एवं दिव्य बारात मंगलवार को परंपराओं एवं शास्‍त्रीय मर्यादाओं के अनुरूप नगर में निकाली जायेगी।

इस संबंध में जानकारी देते हुये श्रीकृष्‍ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि असंख्य भक्तों को आनन्द प्राप्त कराने वाली इस अद्भुद एवं दिव्य शिव बारात को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए सभी प्रयास सुनिश्‍चित किये जा रहे हैं। भक्तों में कौतूहल एवं उत्साह के भाव जाग्रत करने वाली इस दिव्य शिव बारात में सम्मिलित होने के लिए मेरठ, कासगंज, हापुड़ एवं चन्दौसी आदि विभिन्न स्थानों से कलाकार पधारेंगे।

श्री शर्मा ने आगे बताया कि श्रवण, ध्यान एवं मनन करने मात्र से सभी लौकिक एवं अलौकिक मनोरथ को प्रदान करने में समर्थ भोलेनाथ की दिव्य बारात में भगवान ब्रह्मा-विष्‍णु, भैरों जी, नागिन-झांकी, मां चण्डी देवी झांकी, नौ काली झांकी, अघोरी नृत्य आदि सहित भगवान रूद्र के गण-विकृत, केकराक्ष, विकृतानन, विशाल, गणेष्वर, दुन्दुभ, कपाल, कुण्डल, काकपादोदर, प्रमथ, वीरभद्र, मधुपिंड आदि स्वरूप के भी दुर्लभ दर्शन होंगे। नन्दी पर विराजमान होकर भगवान शिव, बारात में नगरवासियों एवं भक्तों को दर्शन देंगे। इस अवसर पर अन्नक्षेत्र प्रांगण स्थित श्रीअन्नपूर्णेश्‍वर महादेव के समक्ष भजन-संध्या का अयोजन भी किया जा रहा है।

भगवान शिव की यह दिव्य एवं अलौकिक बारात 1 मार्च मंगलवार को श्रीकृष्‍ण-जन्मस्थान से दोपहर समय लगभग 2 बजे प्रारम्भ होगी। भोले बाबा की यह बारात जन्मस्थान से प्रारम्भ होकर डीगगेट, मण्डी रामदास, चौक बाजार, स्वामीघाट, छत्ता बाजार, होली गेट, भरतपुर गेट एवं दरेसी मार्ग होते हुये श्रीकृष्‍ण-जन्मभूमि प्रांगण में पहुंचकर पूर्ण होगी।

श्री शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्रीकृष्‍ण-जन्मस्थान के भागवत भवन मंदिर में स्थित श्री केशवेश्‍वर महादेवजी के दुर्लभ पारद् शिवलिंग का शास्त्रोक्त विधानों के अनुरूप अभिषेक का कार्यक्रम संपूर्ण रात्रि (चारों प्रहर) में किया जायेगा। शास्त्रों में वर्णित है कि इस दुर्लभ पारद् शिवलिंग के दर्शन करने से द्वादश ज्योर्तिलिंगों के दर्शन का अलौकिक पुण्य प्राप्त होता है। भक्तों को अधिक से अधिक संख्या में भगवान शिव के दर्शन प्राप्त हों, इसके लिए श्रीकृष्‍ण-जन्मस्थान परिसर के गेट नं0-1 एवं गेट नं0-3 प्रवेश द्वार रात्रि में खुले रहेंगे, भक्तजन किसी भी समय दर्शनों हेतु पधार सकते हैं।