शरद यादव ने अपनी पार्टी LJD का RJD में किया विलय

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शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल LJD का विलय आज यानि 20 मार्च को औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनता दल RJD के साथ कर दिया। जेडीयू से अलग होकर शरद यादव ने 2018 में अपनी पार्टी का गठन किया था।

जानकारी के अनुसार वर्तमान राजनीतिक स्थिति को देखते हुए ये शरद यादव ने ये फैसला लिया ताकि बिखरे हुए जनता परिवार को फिर एकजुट किया जा सके और साथ में खुद की कोई हैसियत भी वापस पाई जा सके। उधर शरद यादव को हाई कोर्ट ने आवंटित सरकारी बंगला भी खाली करने का आदेश दे दिया है।

आरजेडी की सीट की आस में शरद यादव

सियासी गलियारे के सूत्र बता रहे रहे हैं कि शरद यादव को लालू राज्यसभा पहुंचा सकते हैं। दरअसल, बिहार में इसी जुलाई में राज्यसभा की पांच सीटें खाली होंगी। इनमें दो सीटें बीजेपी की और एक सीट जेडीयू के पास जाएगी जबकि बाकी दो सीटें दो सीटें आरजेडी के पास आएंगी। ऐसे में माना जा रहा है कि शरद यादव को आरजेडी राज्यसभा भेज सकती है। इससे पहले पिछले साल के अगस्त में लालू यादव ने नई दिल्ली में शरद यादव से मुलाकात की थी, जिसके बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि मीडिया से बात करने के दौरान लालू ने कहा था कि उन्होंने कहा था कि शरद यादव का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने और उनके सांसद न रहने से अब संसद सूनी हो गई है।

जेडीयू ने शरद यादव पर बोला तीखा हमला

आरजेडी में विलय के बाद शरद यादव पर जेडीयू ने तीखा हमला बोला है। जेडीयू के फायरब्रांड प्रवक्ता निखिल मंडल ने ट्वीट किया है कि ‘जिंदगी भर वोट मधेपुरा से, राजनीतिक कद मधेपुरा से और अपने मधेपुरा वाले बंगले को छोड़ सरकारी बंगले के लोभ में राजनीतिक समझौता कर लिया शरद यादव आपने। आपने कांग्रेस के खिलाफ राजनीति की पर बेटी-समधी को कांग्रेस से टिकट दिलवाया। भ्रष्टाचार के खिलाफ थे पर आज भ्रष्टाचार में डुबकी लगा दी।’

विलय से पहले ये कहा था शरद यादव ने

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने होली से पहले बुधवार को ऐलान कर दिया था कि पार्टी का विलय आगामी 20 मार्च को राष्ट्रीय जनता दल में किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि पूरे देश और आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए बिखरे हुए जनता परिवार को एक साथ लाने के मेरे नियमित प्रयासों की पहल के रूप में यह कदम जरूरी हो गया है।

-एजेंसियां