समाजवादी पार्टी को अपने शासनकाल में अत्याचार दिखाई नहीं देते थे: ओम प्रकाश राजभर

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क्या कहा राजभर ने?

सुभासपा अध्यक्ष ने एक चैनल से बातचीत के क्रम में कहा कि अगर किसी को उजारना है, तो उससे पहले उसको कहीं पर बसाने की व्यवस्था की जाए। इसके बाद उसे वहां से उजारा जाना चाहिए। लेकिन, कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो इस प्रकार के नियमों का पालन नहीं करते हैं।इनके ऊपर मुख्यमंत्री के आदेश का सरकार के आदेश का कोई असर नहीं होता है। वे जानते हैं कि गरीब भूमिहीन है। इसके पास कोई ताकत नहीं है। यह जाएगा कहां? उजाड़ दो। ऐसी घटनाओं की वजह से उनके मनमाने रवैए का पता चलता है। अधिकारियों की ऐसी मनमानी पर रोक लगाए जाने की जरूरत है।

पार्टी की ओर से राजभर ने मांग की कि पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच हो। दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। तत्काल मुकदमा दर्ज करके इन अधिकारियों को जेल भेजा जाए। मृतक परिवार को कम से कम 25-25 लाख रुपए का मुआवजा और रहने के लिए आवास की व्यवस्था सरकार की ओर से की जाए।

सपा की राजनीति पर बड़ा हमला

समाजवादी पार्टी की ओर से पहले पिछड़े और दलितों के अत्याचार के बाद ब्राह्मणों को निशाना बनाए जाने संबंधित ट्वीट मसले पर राजभर ने कहा कि उन्हें अपना शासनकाल याद नहीं है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की जब सरकार थी, तब जुल्म ज्यादा थी। उन्हें अपने शासनकाल में अत्याचार दिखाई नहीं देते थे।

समाजवादी पार्टी को लेकर लोग कहते हैं कि गुंडों की पार्टी है। माफियाओं की पार्टी है। यह लोग कहते हैं। ऐसा क्यों कहते हैं? अभी उन्हीं का विधायक जेल में बंद है। थाने में जाकर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उसे थाने लाया गया था। लेकिन, लोग थाने से उसे छुरा कर ले गए। इसी मामले में जेल में बंद है। राजभर ने कहा कि ऐसे हजारों मामले संज्ञान में है।

अखिलेश अकेले एक सीट नहीं जीत सकते

ओम प्रकाश राजभर ने विपक्ष पर सही प्रकार से अपनी जिम्मेदारी न निभाने का आरोप राजभर ने लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष की राजनीति में भारी गिरावट आ गई है। विपक्ष का जो काम है, वह सही तरीके से नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि कानपुर देहात केस में घटना की निष्पक्ष जांच कर अधिकारियों को जेल भेजा जाना चाहिए। वहीं, अखिलेश यादव से गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से अब कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा। आगामी चुनाव में सुभासपा की रणनीति क्या होगी? इस पर चर्चा होगी। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव अकेले एक सीट पर भी जीत दर्ज नहीं कर सकते हैं।

रामचरितमानस मुद्दे पर स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान को लेकर भी उन्होंने करारा हमला बोला। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री रहते स्वामी प्रसाद मौर्य को रामचरितमानस की चौपाई याद नहीं आई। अब वह इस प्रकार की बात कर रहे हैं। यह वोट बैंक की राजनीति है। राजभर ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी ने पिछड़ों के आरक्षण को समाप्त किया था।

Compiled: up18 News


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