आपने कई पुलिसकर्मियों को रिश्वत में रुपया-पैसा लेते सुना होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के आगरा में एक अजीबोगरीब करनामा सामने आया है यहाँ के थाना छत्ता क्षेत्र के गुदड़ी मंसूर खाँ चौकी के पुलिसकर्मियों पर रोज-रोज मुफ्त की महंगी ठंडाई मंगाने का आरोप लगा है। लगातार कई महीनों तक पुलिस के दबाब में मुफ्त की ठंडाई देने के बाद जब बात हद से ज़्यादा गुजर गई तब हलवाई ने नम्रता पूर्वक माना किया फिर पुलिसकर्मियों द्वारा लगातार शोषण करने का आरोप लगा है।
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आगरा के छत्ता थाना क्षेत्र के ठंडाई व्यवसायी प्रबल अग्रवाल अपने इलाके के पुलिसकर्मीयों से बुरी तरह से परेशान हैं। प्रबल अग्रवाल की इलाके में ठंडाई की दुकान हैं। पूरा परिवार इस दुकान से जुड़ा हुआ है।
छत्ता थाना क्षेत्र के गुदड़ी मंसूर खाँ चौकी में पुलिसकर्मियों पर आरोप है की इनका मन इतना ज्यादा बढ़ा हुआ है कि हर एक दो दिन बीच करके प्रबल की दुकान से ठंडाई मंगवाते हैं और उसके पैसे भी नहीं देते है।
पुलिसकर्मियों की मुफ्तखोरी से परेशान होकर प्रबल ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट भी की है और अपनी पीड़ा को सार्वजनिक किया है। प्रबल द्वारा एक वीडियो भी जारी की इस वीडियो में सिपाही और उनके पिताजी के बीच हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग भी है।
इस कॉल रिकॉर्डिंग में साफ पता चल रहा है कि सिपाही की नीयत पैसे देने की नहीं है। उल्टे वो समझा रहा है कि आप लोग हमारे थाने के इलाके में दुकान चला रहे हो। संडे के दिन भी दुकान खोलते हो। संडे के दिन दुकान खोलना नियम के खिलाफ है।
सिपाही कहता है कि हमारी वजह से आप लोग संडे को दुकान खोल पाते हैं। हम आपका ध्यान रखते हैं तो आपको भी हमारा ध्यान रखना पड़ेगा। इसके बाद प्रबल के पिताजी बोलते हैं कि डेयरी दुकानों को संडे को बंद रखने का कोई नियम नहीं है।
इतना सुनते ही सिपाही हत्थे से उखड़ गया और होशियारी नहीं करने की धमकी दी। इसके बाद सिपाही एक महिला चौकी इंचार्ज के साथ निखिल की दुकान पर पहुंचते हैं और चालाना काट देते हैं।
यह योगी सरकार में पुलिस वालों की गुंडई का एक प्रत्यक्ष उदाहरण सबके सामने है। अब सरकार बताए कि एक सामान्य से दुकानदार को न्याय कब तक मिलेगा ! क्या सिपाही की इस करतूत की सजा उसे मिलेगी ! अब यह सवाल बड़ा है क्योंकि वीडियो सार्वजनिक होने के बाद अगर सिपाही को उसके करतूत की सजा नहीं मिली तो लागों का भरोसा शासन प्रशासन से उठ जाएगा।