आगरा: जगद्गुरु परमहंस आचार्य प्रकरण से कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरि ने झाड़ा पल्ला, कहा- विवादित मुद्दे का नहीं हूं समर्थक

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आगरा। ताजमहल को तेजोमलय मानकर उसमें जल अभिषेक का ऐलान करने वाले जगद्गुरु परमहंस आचार्य के प्रकरण से कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरि ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा है कि मैं शुरू से आगरा में अमन चैन का पक्षधर रहा हूँ और ऐसे किसी विवादित मुद्दे का समर्थक नहीं हूं जिससे शहर की फिजा खराब हो।

वीडियो वायरल करके कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरी ने कहा कि मुझे अखाड़े से सूचना मिली कि जगद्गुरु परमहंस आचार्य के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, तो मैं अखाड़े के निर्देश पर फूल सैयद चौराहे पर पहुँचा, वहाँ देखा कि पुलिस उन्हें लेकर जा रही थी। मुझे देखकर पुलिस ने गाड़ी रोकी और पूरी घटना की जानकारी दी।

पुलिस से पूछताछ में पता चला कि जगद्गुरु परम हंस आचार्य का ताजमहल भ्रमण के कार्यक्रम 5 मई का था लेकिन वह 3 मई ईद के दिन ही आ गए। वह ताजमहल में शिवलिंग स्थापना करना चाहते थे जिससे शहर का माहौल बिगड़ सकता था। निर्मल गिरी ने कहा कि संत के नाते मेरी सहानभूति उनके साथ थी लेकिन शिवलिंग स्थापना मुद्दे से मेरा कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि मैं ऐसा कोई कृत्य नही करना चाहता जिससे शहर की इमेज खराब हो। एडीएम प्रोटोकॉल और एसपी सिटी आगरा के सामने उन्होंने खुद जगद्गुरु परामहंस आचार्य को बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने तो उन्होंने अपने पैर वापस खींच लिए।