आगरा: थाना ताजगंज के बसई चौकी के पुलिसकर्मी इस समय सवालों के घेरे में हैं। बसई चौकी के पुलिसकर्मियों पर पूछताछ के नाम पर एक बालिका के साथ बेरहमी के साथ पिटाई करने का आरोप लगा है। बालिका के पड़ोसी भी इस बात की गवाही दे रहे हैं कि बालिका की घर में पुलिसकर्मी और कुछ लोगों ने बेरहमी के साथ पिटाई की, जिससे उसके सिर और शरीर पर चोटें आई हैं। पीड़ित इस मामले में इंसाफ के लिए गुहार लगा रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं है।
झाड़ू पोंछा लगाकर जीविका चलाती है बालिका
ग्राम तोरा निवासी 18 साल की मुस्कान पुत्री पवन दलित है। वह जीविका चलाने के लिए ताजगंज स्थित डायनामिक गुलमोहर कॉलोनी के एक फ्लैट में झाड़ू पोंछा का काम करती है। वह पिछले छह साल से इसी फ्लैट में काम कर रही है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी मालकिन ने उसके ऊपर पांच लाख रुपये के सोने चांदी के आभूषण चुराने का आरोप लगा दिया। कमरे में बंद कर उसकी पिटाई की। फिर पुलिस चौकी बसई ले गए।
पूछताछ के नाम पर पुलिसकर्मियों ने भी पीटा
पीड़िता का आरोप है कि बसई पुलिस चौकी पर पुलिस कर्मियों ने भी चोरी की पूछताछ की। उसने कहा कि आरोप गलत हैं तो पुलिस वालों ने भी उसे पीटा। महिला सिपाहियों की पिटाई से उसके सिर में गहरी चोट आई है।
तलाशी के नाम पर घर ले जाकर भी बेरहमी से पीटा
फ्लैट मालिक के कहने पर पुलिस ने बालिका के घर की तलाशी ली। कुछ न मिलने पर कमरे की कुंडी लगाकर उसकी व उसके छोटे भाई को डंडों व लात घूंसो से मारा। पड़ोसी ये सब देखते रहे।
मालकिन के घर में ही मिले सोने चांदी के आभूषण
बताया जाता है कि सोने चांदी के आभूषण जिन्हें चोरी करने का इल्जाम बालिका पर उसकी मालकिन ने लगाया था, वह सभी जेवर उसी के घर में मिल गए हैं। इसके बावजूद पुलिस बालिका पर चोरी का इल्जाम स्वीकार करने के लिए दबाव बना रही है। पीड़िता का पिता इंसाफ के लिए गुहार लगा रहा है लेकिन कोई नहीं सुन रहा।
-एजेंसी