पुणे पहुंचे पीएम मोदी ने कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया

National

पुणे पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में कांग्रेस सरकार पर निशाना भी साधा। पीएम ने कहा कि पहले अहम परियोजनाओं को पूरा होने में देर हो जाती थी। सुस्त रवैया देश के विकास को प्रभावित कर रहा था। जब तक परियोजना पूरी होती, तब तक उसकी महत्ता खत्म हो जाती थी।

मोदी ने कहा कि पहले शिलान्यास होते थे तो पता नहीं होता था कि उद्घाटन कब होगा? यह एक संदेश भी है कि समय से योजनाओं को पूरा किया जा सकता है। मूला मूथा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने जा रहा है। पुणे को ई बसें भी मिली हैं। भांडेर में ई बसों का उद्घाटन हुआ है।

देवेंद्र फडणवीस की तारीफ

पुणे के विविधता भरे जीवन में एक सुहाना तोहफा आरके लक्ष्मण को समर्पित एक आर्ड म्युजियम गैलरी भी मिली है। मेट्रो पुणे में मोबेलिटी को आसान करेगी, जाम और प्रदूषण से राहत देगी। देवेंद्र फडणवीस जब सीएम थे तो लगातार इस प्रॉजेक्ट के लिए लगे रहे। उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की।

नदियां फिर से जीवंत होंगी तो लोगों को नई ऊर्जा मिलेगी। शहरों में रहने वालों से निवेदन है कि साल में एक बार नदी के प्रति श्रद्धा प्रकट करें और नदी उत्सव मनाएं। किसी भी देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए स्पीड और स्केल जरूरी होता है।

2030 तक शहरी आबादी होगी 60 करोड़ के पार

पीएम ने कहा मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े हर शख्स के योगदान का धन्यवाद। देश में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। माना जाता है कि 2030 तक हमारी शहरी जनसंख्या 60 करोड़ के पार कर जाएगी। शहरों की बढ़ती आबादी अवसर लाती है लेकिन चुनौतियां भी होती हैं। शहरों में निश्चित संख्या में ही फ्लाई ओवर बन सकत है। कहां-कहां चौड़ीकरण करेंगे? इसलिए मास ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था का ज्यादा से ज्यादा निर्माण होना जरूरी है। इसलिए सरकार खासकर मेट्रो कनेक्टिविटी पर खास ध्यान दे रही है।

बड़े लोगों को भी मेट्रो में चलने की आदत डालनी चाहिए

दिल्ली एनसीआर में ही मेट्रो का विस्तार हुआ था, बाकी शहरों में मेट्रो पहुंचनी शुरू हुई थी। आज दो दर्जन से ज्यादा शहरों में मेट्रो या तो चल चुकी है या चालू होने वाली है। मुंबई हो, पुणे हो, ठाणे हो, नागपुर हो, महाराष्ट्र में मेट्रो नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है। पुणे और हर एक शहर के लोगों से निवेदन है, खासकर जो बड़े लोग कहे जाते हैं, उनसे निवेदन है कि चाहे कितने ही बड़े क्यों न हों, मेट्रो में चलने की आदत हर वर्ग को डालनी चाहिए। जितना मेट्रो में चलेंगे, शहर की उतनी ही ज्यादा मदद करेंगे।

ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन पर सरकार का जोर

आज शहरों को आधुनिक बनाने के साथ नई सुविधाओं को जोड़ने की जरूरत है। सरकार का प्रयास है कि हर शहर में ज्यादा से ज्यादा ग्रीन ट्रांसपोर्टेशन हो, इलेक्ट्रिक, कारें, इलेक्ट्रिक बसें और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन हो। मध्यमवर्गीय लोगों के लिए रेला कानून बनाया गया। आज लोगों को इससे बड़ी राहत मिल रही है।

-एजेंसियां