वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत आगरा के रेलवे स्टेशनों पर लगेगी मार्बल एंड हैंडीक्राफ्ट की स्टॉलें

Press Release

आगरा: उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल की ओर से भी वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना को लागू किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से आगरा के हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन और उनके मार्बल एंड हैंडीक्राफ्ट बिजनेस को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए आगरा रेल विभाग की ओर से सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से विज्ञापन भी प्रसारित किया था। जल्द ही लॉटरी के माध्यम से इस व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों और हस्तशिल्पियों को आगरा कैंट स्टेशन पर उनके मार्बल एंड हैंडीक्राफ्ट सामान की बिक्री करने के लिए स्टाल उपलब्ध कराई जाएगी।

क्या है वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना

आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना की शुरुआत की गई थी जिसे आगरा रेल मंडल भी लागू किया जा रहा है। इस योजना के तहत कुछ स्टेशनों को चुना गया है और उन स्टेशन के कार्य क्षेत्र में जिस स्थानीय वस्तु व उत्पाद के लिए प्रसिद्व है, उसे बढ़ावा देने के लिए स्टेशनों पर स्टॉल दी जा रही हैं। जिससे उस उत्पाद से स्टेशनों पर आने वाले देशभर के लोग रूबरू हो सकें और उसे खरीद सकें। इससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि इस योजना के तहत आगरा कैंट स्टेशन को चुना गया है। इस योजना के तहत आगरा के संगमरमर हस्तशिल्प कला (मार्बल हैंडीक्राफ्ट) को बढ़ावा देने के लिए कैंट स्टेशन को नामित किया गया है। आगरा शहर में मार्बल हैंडीक्राफ्ट का अत्यधिक कार्य होता है और देशी-विदेशी पर्यटक इन्हें उत्साह पूर्वक खरीदते भी है। इस स्थानीय उत्पाद और उसकी बिक्री को ओर अधिक बढ़ावा देने के लिए वन स्टेशन वन प्रोडक्ट के तहत आगरा कैंट स्टेशन पर मार्बल एंड हैंडीक्राफ्ट के हस्तशिल्प व्यापार से जुड़े उद्यमियों को स्टेशन पर स्टाल दी जाएगी जिससे वह मार्बल एंड हैंडीक्राफ्ट की वस्तुओं को बेच सके।

प्रशस्ति श्रीवास्तव

आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि लॉटरी के माध्यम से जिन उद्यमियों और हस्तशिल्पियों का नाम निकलेगा उन्हें प्रयोगात्मक रूप से 15 दिनों के लिए आगरा कैंट स्टेशन पर अपने सामान की बिक्री हेतु स्टॉल उपलब्ध कराई जाएगी जिसके लिए मात्र ₹500 फीस होगी। अगर उद्यमी व हस्तशिल्प को बेहतर रिस्पांस स्टेशन से मिलता है तो इसी योजना को और आगे बढ़ाया जाएगा।