मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- आज के औरंगजेब हैं अखिलेश यादव

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उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान जारी है। इसी बीच मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बड़ा हमला बोला और उन्हें “आज का औरंगजेब” बताया। बता दें कि यूपी की रामपुर कारखाना विधानसभा सीट पर बीजेपी की एक रैली को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “अखिलेश यादव आज के औरंगजेब हैं। जो अपने पिता के प्रति वफादार नहीं हो सकता, वह आपके (मतदाताओं) के प्रति वफादार कैसे हो सकता है?

सोशल मीडिया पर अपना भाषण शेयर करते हुए सीएम शिवराज ने लिखा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं। मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि जो व्यक्ति अपने पिता के प्रति वफादार नहीं हो सकता, वह आपके (मतदाताओं) के प्रति वफादार कैसे हो सकता है?”

फ्लॉप फिल्मों के निर्देशक हैं अखिलेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “औरंगजेब ने वही किया। उसने अपने पिता शाहजहां को कैद कर लिया था। उसने अपने भाइयों को मार डाला था। मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि अखिलेश जितना कोई उनका अपमान नहीं किया।” भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र चौरसिया के समर्थन में प्रचार करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा, “बाबा अखिलेश ने जितने भी गठजोड़ किए, वे फ्लॉप थे। अखिलेश फ्लॉप फिल्मों के निर्देशक हैं।

इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”फिर अखिलेश ने बुआ जी [मायावती] से हाथ मिलाया, बुआ और भतीजे [अखिलेश यादव] साथ आए और सोचा कि इससे चमत्कार हो सकता है लेकिन जब नतीजा आया तो बुआ इस तरह भागीं कि उन्होंने अपने भतीजे को फिर कभी नहीं देखने का फैसला किया और यह फिल्म भी फ्लॉप हो गई।

अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट का सपा से संबंध

एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि 2008 के अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट मामले में समाजवादी पार्टी और एक दोषियों के बीच संबंध हैं। एक अदालत ने हाल ही में विस्फोटों के सिलसिले में दोषी ठहराए गए 38 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी, जिसमें 56 लोगों की मौत हो गई थी और 200 अन्य घायल हो गए थे।

अपने भाषण के दौरान भाजपा के दिग्गज नेता ने समाजवादी पार्टी पर वंशवाद द्वारा संचालित पार्टी होने का आरोप लगाया। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के परिवार के उन विभिन्न सदस्यों के नाम भी बताए, जो या तो चुनाव लड़ चुके हैं या पूर्व में सरकार में पदों पर रहे हैं।

-एजेंसियां