झारखंड: सरना झंडा के अपमान से तनाव, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन

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शहर में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती

शहर में 40 मजिस्ट्रेट और 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है इसके बाद भी विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग सड़क पर मौजूद हैं। पुलिस के द्वारा हर इलाके में वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जा रही है ताकि सड़क पर बवाल करने वाले लोगों को चिन्हित किया जा सके। शहर में आम लोगों की सुरक्षा के लिए फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को तैनात किया गया है।

सरना झंडा को उखाड़ फेंकने को लेकर हुआ बवाल

रांची बंद का कारण यह है कि लालपुर इलाके में स्थित करम टोली में आदिवासी जमीन पर लगे सरना झंडा को सरहुल के दिन असामाजिक तत्वों के द्वारा फेंक दिया गया था। इसके विरोध में संगठनों के द्वारा बंद का आह्वान किया गया था।

शहर में स्कूल वगैरह कराए गए बंद

पुलिस शहर के अलग-अलग इलाकों में अनाउंस कर बंद करने वाले समर्थकों को शांति बनाए रखने का निर्देश दे रही है। झंडा फेंकने के आरोप में 5 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बंद के दौरान शहर के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

हिरासत में लिए गए 150 प्रदर्शनकारी

रांची में अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक ने इस विषय पर कहा है, प्रदर्शनकारियों ने राज्य के कुछ हिस्सों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया था। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। लगभग 150 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। इधर, आदिवासी संगठनों का कहना है कि उनकी तरफ से लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

Compiled: up18 News