इसराइल के संचार मंत्री शलोमो कारही ने ग़ज़ा के चार फ़्रीलांसर पत्रकारों पर आरोप लगाया है कि उन्हें हमास के इसराइल पर हमले का पहले से पता था. ये चारों पत्रकार पश्चिमी मीडिया संस्थानों के साथ काम करते हैं.
शलोमो कारही ने कहा है कि रॉयटर्स, एपी, सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स “के लिए काम करने वाले पत्रकारों को इस भयानक हमले की पहले से जानकारी थी.”
रॉयटर्स, एपी, सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स ने ऐसे किसी भी हमले की पहले से जानकारी होने के दावे को ख़ारिज किया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा है कि इस तरह ‘बिना सबूत के आरोप लगाना’ फ़्रीलांसरों को ख़तरे में डालता है.
हमास ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इसराइल पर हमला किया था जिसमें 1,400 से अधिक इसराइली नागरिक और सैनिक मारे गए थे. 240 से अधिक को हमास ने बंधक बनाया था.
फ़ोटोग्राफ़रों ने जलते हुए इसराइली टैंक, हमास के लड़ाकों को अज़ा किबुत्ज़ में बाड़ को तोड़ कर इसराइल में घुसने और हमले के तस्वीरें खींची और वीडियो बनाए थे.
कारही ने कहा कि हमला तब हुआ जब फ़ोटोग्राफर घटनास्थल पर मौजूद थे, “इन बर्बरताओं को दर्ज कर रहे थे, वो भी प्रभावी तरीके से से इस घटना में भागीदार बने.”
ये बयान तब आया है जब एक प्रो-इसराइल वेबसाइट ऑनेस्ट रिपोर्टिंग ने एक लेख के ज़रिए इस बात की ओर इशारा किया कि जो फ़ोटोग्राफर्स इस हमले की तस्वीरें ले रहे थे वो भी‘हमास की योजना का हिस्सा हो सकते हैं.’
Compiled: up18 News