अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने कहा है कि उनके समूह ने भारत में अपने निवेश को न तो धीमा किया है और न ही इससे बचती रही है. अदाणी समूह के शेयरधारकों की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए मंगलवार को उन्होंने तर्क दिया है कि उनके समूह का विकास देश के विकास के साथ ही जुड़ा है.
गौतम अदाणी ने यह भी कहा है कि उनका समूह ऊर्जा क्षेत्र में 70 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है जिससे भारत, तेल आयातक से ग्रीन हाइड्रोजन के निर्यातक में बदल जाएगा.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार गौतम अदाणी ने कहा, ‘‘हमें अपने कारोबार से जो संकेत मिले हैं, उसे देखते हुए मुझे पूरा यकीन है कि चालू वित्त वर्ष में भारत 8 फीसदी की जीडीपी विकास दर हासिल कर लेगा.’’
उनके अनुसार ‘‘सरकार को उनकी भूमिका और संतुलन बनाने की उनकी कोशिश के लिए पूरा क्रेडिट दिया जाना चाहिए.’’
उन्होंने आगे कहा कि 2015 से अब तक भारत की अक्षय ऊर्जा पैदा करने की क्षमता लगभग 300 फीसदी बढ़ चुकी है. पिछले साल इस क्षेत्र में हुए पूंजीगत निवेश में हमने 125 प्रतिशत की बढ़त देखी. उन्होंने उम्मीद जाहिर की है भारत ऊर्जा की बढ़ती मांग को अक्षय ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाकर पूरा करने की हालत में है.
गौतम अदाणी ने कहा कि हमें जलवायु परिवर्तन को लेकर लेक्चर दिया जाता है, लेकिन हम उन कुछ चुनिंदा देशों में हैं जिन्होंने कोरोना और ऊर्जा संकट के बावजूद अक्षय ऊर्जा का उत्पादन काफी बढ़ाया है. ऐसा हमने ऐसे समय में किया जब कई विकसित देशों ने अक्षय ऊर्जा के अपने लक्ष्यों को रोक दिया.
गौतम अदाणी ने यह भी बताया है कि अब उनका समूह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डों को संभालने वाला देश का सबसे बड़ा ऑपरेटर है. उन्होंने यह भी बताया कि होल्सिम कंपनी के अधिग्रहण के साथ ही उनके समूह ने अब सीमेंट कारोबार में भी कदम रख दिया है.
-एजेंसी