आगरा: घटना गुरुवार दोपहर की है। बताया जा रहा है कि ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी महेश चंद गोयल पुत्र हरविलास परिवार के साथ रहते हैं। वह किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। दोपहर को नीचे की मंजिल पर उनके बच्चे बैठे थे। दूसरी मंजिल पर एक कमरा है। इसमें रसोई है। उनकी पत्नी शारदा चाय बना रही थीं।
तभी अचानक सिलेंडर में आग लग गई। उन्होंने शोर मचाया। तब उनकी बेटी नंदिनी, खुशी और बेटा अनंत मां को बचाने के लिए दौड़े। इसी बीच आग विकराल हो गई। वे भी लपटों के बीच घिर गए।
चीख पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में दी। जानकारी मिलते ही पीआरवी 10 पर तैनात सिपाही वरियार सिंह व श्यामसुंदर घटनास्थल पर पहुंच गए।
दोनों ने साहस दिखाते हुए सबसे पहले परिवार के सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उसके बाद सिलेंडर को निकालकर मिट्टी, रेत की मदद से सिलेंडर में लगी आग को बुझा दिया। सिपाहियों की सूझबूझ से परिवार की जान बच सकी।
घटना के बाद आसपास के लोगों में दहशत फैल गई थी। लोगों का कहना था कि अगर सिपाही सूझबूझ नहीं दिखाते तो आग और फैल सकती थी।