आगरा: पेपर लीक पर अंकुश लगाने को DBRA विश्वविद्यालय पहली बार करने जा रहा है नई व्यवस्था

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आगरा: पेपर लीक पर अंकुश लगाने को आगरा विवि पहली बार करने जा रहा है ये व्यवस्था। उच्च शिक्षा मंत्री सख्त। स्ट्रांग रूम में रेडियों फ्रिकवेन्सी आईडेन्टिटीफिकेशन लॉक लगाए गए।

पेपर लीक मामले में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय द्वारा ली गयी बैठक में निर्देश मिलने के बाद डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय पेपर लीक होने से रोकने के लिए एक नया प्रयोग करने जा रहा है। सभी नोडल केंद्रों पर स्ट्रांग रूम में रेडियों फ्रिकवेन्सी आईडेन्टिटीफिकेशन लॉक लगाए गए हैं जहां से परीक्षा के एक घंटे पहले ही स्ट्रांग रूम को खोला जाएगा। उसके बाद जीपीएस लगे वाहनों से पेपर वितरण किया जाएगा।

पेपर लीक के घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और प्रश्नपत्रों की गोपनीयता को सुनिश्चित करने के लिए सभी नोडल केन्द्रों पर राजकीय अथवा अनुदानित महाविद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है, जिनके समक्ष ही प्रश्नपत्र वितरण कार्यवाही करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के लिये जीपीएस से युक्त अलग अलग वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है, जिससे परीक्षा केन्द्र पर प्रश्न पत्र परीक्षा प्रारम्भ होने से 30 मिनट पूर्व से पहले न पहुंचे। इस व्यवस्था के लिये वरिष्ठ शिक्षकों की टीम गठित की गयी है। यह टीम जिले वार निरन्तर नोडल केन्द्रों के सम्पर्क में रहेगी।

सभी नोडल केन्द्रों को प्रश्नपत्र वितरण का रूट प्लान गूगल फार्म के माध्यम से भरवाना प्रारम्भ हो गया है। इसके अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र को प्रश्नपत्र वितरण की विडियों भी गूगल लिंक पर अपलोड करायी जा रही है। सभी नोडल केन्द्रों पर रेडियों फ्रिकवेन्सी आईडेन्टिटीफिकेशन लॉक लगवा दिया गया है। यह एक इलेक्ट्रोनिक लॉक होता है, जिसके ऊपर एक चिप लगी होती है। इस चिप का नियंत्रण विश्वविद्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में होगा और परीक्षा प्रारम्भ होने के ठीक 1 घंटा पहले ही स्ट्रांग रूम लगे इस लॉक को नियंत्रण कक्ष से ही खोला जायेगा, तभी प्रश्न पत्र वितरण की कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। ऐसा प्रयोग विश्वविद्यालय की परीक्षा में प्रथम बार हो रहा है। इस लॉक के साथ ही दो कैमरे स्ट्रांग रूम के बाहर और दो कैमरे स्ट्रांग रूम के अंदर लगवाये गये है, जो विश्वविद्यालय के नियंत्रण कक्ष से जुडे हुये हैं।

परीक्षाओं के संचालन हेतु वर्तमान मेें 32 नोडल केन्द्र कार्यरत थे, किन्तु आधा घंटे पूर्व ही प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्रों पर पहुचें, इस दृष्टि से दूरस्थ स्थित नोडल केन्द्रों को विभाजित कर नोडल केन्द्रों की संख्या बढाकर परीक्षा केंद्रों के निकटस्थ स्थानों पर किये जाने की व्यवस्था कर दी गयी है। परीक्षा केंद्रों पर केन्द्र अध्यक्ष के अतिरिक्त अन्य किसी के पास भी मोबाइल फोन प्रतिबन्धित कर दिया गया है।