आगरा: माधव ड्रग हाउस के संचालक ने कहा, व्यापारिक प्रतिष्ठा धूमिल होने के साथ मेरा कारोबार हो गया चौपट

Press Release

आगरा: माधव ड्रग हाउस को कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद नवीन अरोरा ने ड्रग विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उन्होंने कहा था कि ‘लखनऊ के एक बड़े अधिकारी और आगरा में ड्रग विभाग के अधिकारी द्वारा उनसे 50 लाख की रिश्वत मांगी गई थी।’ इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा का कहना है कि ‘लगाए गए सभी आरोप पूर्णतया निराधार है।’

बताते चलें कि कमला नगर स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए माधव ड्रग हाउस के मालिक नवीन अरोरा ने यह आरोप लगाया था कि 50 लाख रिश्वत की डिमांड पूरी न होने पर उनके खिलाफ़ ड्रग विभाग द्वारा द्वेषपूर्ण कार्रवाई की गई। जिससे उनकी 25 साल की मेहनत और व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सैंपल की दवा विक्रेताओं से ड्रग इंस्पेक्टर को 10 हज़ार और असिस्टेंट कमिश्नर (ड्रग लाइसेंस ऑथोरिटी) को 20 हज़ार महीना वसूली पहुंचती है।

इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यदि माधव ड्रग हाउस मालिक के पास 50 लाख की रिश्वत से संबंधित कोई सबूत है तो वह सामने लाएं। वहीँ माधव ड्रग हाउस के मालिक नवीन अरोड़ा का कहना है कि सच और झूठ का फैसला कोर्ट में हो चुका है। हम पूरी ईमानदारी से अपना कारोबार कर रहे हैं, हमारे सारे बिल सही निकले लेकिन ड्रग विभाग की सालों तक चली इस कार्रवाई से मेरी 25 साल की मेहनत मिट्टी में मिल गयी। पूरा व्यापार चौपट हो गया, इसकी भरपाई कैसे होगी?